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देश में जोधपुर एकमात्र ऐसा बड़ा शहर है जहां राष्ट्रीय स्तर के कई उच्च शिक्षण संस्थान एक साथ हैं : मुख्यमंत्री गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि हमें इस बात का गर्व है कि पूरे देश में जोधपुर एकमात्र ऐसा बड़ शहर है जहां राष्ट्रीय स्तर के कई उच्च शिक्षण संस्थान एक साथ हैं।

05:46 PM Jan 27, 2022 IST | Desk Team

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि हमें इस बात का गर्व है कि पूरे देश में जोधपुर एकमात्र ऐसा बड़ शहर है जहां राष्ट्रीय स्तर के कई उच्च शिक्षण संस्थान एक साथ हैं।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि हमें इस बात का गर्व है कि पूरे देश में जोधपुर एकमात्र ऐसा बड़ शहर है जहां राष्ट्रीय स्तर के कई उच्च शिक्षण संस्थान एक साथ हैं।
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श्री गहलोत जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के 18वें दीक्षान्त समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि जोधपुर आज उच्च शिक्षा का एक बड़ केन्द, बन गया है, जहां आईआईटी, एम्स, निफ्ट, एफडीडीआई, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी एवं पुलिस विश्वविद्यालय स्थापित हैं।
एक समय में राजस्थान को पिछड़ हुआ राज्य माना जाता था-CM
उन्होंने कहा कि शीघ, ही यहां डिजिटल यूनिवर्सिटी खुलेगी जिसके लिए राज्य सरकार ने 400 करोड़ रूपए स्वीकृत किए हैं एवं जमीन आवंटन की प्रक्रिया चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय में राजस्थान को पिछड़ हुआ राज्य माना जाता था, लेकिन आज वह स्थिति नहीं है। प्रदेश हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार जब वह मुख्यमंत्री बने तो उनकी सरकार ने 18 विश्वविद्यालय खोले थे। पिछले तीन साल में राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। 123 नए कॉलेज खोले गए हैं। 500 से अधिक छात्राओं वाले उच्च माध्यमिक विद्यालय को महाविद्यालय में क्रमोन्नत किया जा रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को फ्री कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। 200 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को राज्य सरकार के खर्च पर विदेश में अध्ययन के लिए भेजा जा रहा है।
55 साल पहले 1967 में उन्होंने इस विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया था-CM
श्री गहलोत ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि विश्वविद्यालय सिर्फ डिग्री प्राप्त कर नौकरी हासिल करने के संस्थान नहीं हैं, बल्कि व्यक्ति का सम्पूर्ण विकास करने वाले स्थान हैं। विश्वविद्यालयों में उत्कृष्ट मानव संसाधन तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 1962 में स्थापित जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से पढ़कर निकले कई छात्रों ने महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं देकर देश-प्रदेश के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि 55 साल पहले 1967 में उन्होंने इस विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री शेर-ए-राजस्थान श्री जय नारायण व्यास के नाम पर इस विश्वविद्यालय को जाना जाता है, जो सभी के लिए गर्व की बात है।
सरकार सभी विश्वविद्यालयों के लिए एक अम्ब्रेला एक्ट लाने के लिए प्रयासरत-CM
मुख्यमंत्री ने दीक्षान्त समारोह में देश की दो नामचीन हस्तियों भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर एवं मशहूर वैज्ञानिक डॉ। एमएस स्वामीनाथन को विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि प्रदान करने को प्रशंसनीय कदम बताया। उन्होंने अपनी और पूरे प्रदेशवासियों की ओर से लताजी के स्वास्थ्य लाभ की कामना की। इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेन्द, सिंह यादव ने कहा कि राज्य सरकार सभी विश्वविद्यालयों के लिए एक अम्ब्रेला एक्ट लाने के लिए प्रयासरत है ताकि विद्यार्थियों को एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में जाने पर शिक्षण एवं पाठ्यक्रम सम्बन्धी असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़।
छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किये गये-CM
दीक्षांत समारोह में प्रख्यात पार्श्व गायिका लता मंगेशकर को संगीत एवं गायन के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान के लिए डी.लिट। एवं वैज्ञानिक डॉ। एम.एस। स्वामीनाथन को कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए डी.एससी की मानद उपाधि प्रदान की गई। दीक्षान्त समारोह में अभियांत्रिकी एवं वास्तु कला, कला, शिक्षा एवं समाजविज्ञान, वाणिज्य एवं प्रबंध अध्ययन, विधि एवं विज्ञान संकाय में पीएचडी, स्नातक, स्नातकोत्तर की उपाधियां तथा सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किये गये।
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