कैफ का सुझाव: इंग्लैंड दौरे पर खेलें कोहली, करियर का शानदार अंत करें
कैफ ने कोहली को इंग्लैंड में खुद को साबित करने की दी सलाह
विराट कोहली के रिटायरमेंट की अटकलों के बीच मोहम्मद कैफ का मानना है कि कोहली को इंग्लैंड दौरे पर खेलकर अपने करियर का शानदार अंत करना चाहिए। कैफ ने कहा कि कोहली को अपनी क्षमता दिखाकर रिटायरमेंट के फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।
विराट कोहली के रिटायरमेंट की खबरों ने पुरे सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है और उसके बाद हर किसी के ज़ेहन में यही सवाल है की आखिर विराट इतने जल्द टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट क्यों लेना चाहते हैं और अब भारत के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ का मानना है कि विराट कोहली को शानदार तरीके से संन्यास लेना चाहिए, उन्होंने राय दी कि विराट को खुद को साबित करने और अपने करियर का शानदार अंत करने के लिए 20 जून से शुरू होने वाले इंग्लैंड दौरे में खेलना चाहिए।
एक रिपोर्ट पे ये दवा किया गया है की कोहली ने भारतीय बीसीसीआई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के अपने इरादे के बारे में बताया
यह रिपोर्ट रोहित शर्मा द्वारा टेस्ट से संन्यास लेने की घोषणा के दो दिन बाद और भारत द्वारा 20 जून से हेडिंग्ले में शुरू होने वाली पांच मैचों की श्रृंखला के साथ आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 अभियान की शुरुआत करने से ठीक एक महीने पहले आई है।
इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया गया, मोहम्मद कैफ ने कहा, ” वह रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे हैं। मुझे लगता है कि उन्हें इंग्लैंड जाना चाहिए, अपनी बात साबित करनी चाहिए और अपने करियर का शानदार अंत करना चाहिए। क्योंकि उन्होंने विश्व कप फाइनल में जो काम किया, उसे देखते हुए उन्हें अपने करियर का शानदार अंत करना चाहिए। वह बेबसी के कारण रिटायरमेंट के बारे में क्यों सोच रहे हैं? क्योंकि एक ऐसा खेल था जो उन्हें कई सालों से परेशान कर रहा था। आउटस्विंग बॉल। जहां आउटस्विंग बॉल आई, वहां वह कई बार आउट हुए।”
“यह इतनी बड़ी परेशानी थी कि वह इससे उबर नहीं पाए। अपने करियर में, वह इंग्लैंड गए और वहां आउट हो गए। ऑस्ट्रेलिया में, वह यहां आउट हो गए। घर पर, न्यूजीलैंड के खिलाफ, वह स्पिन पर आउट हो गए। उन्होंने बहुत कोशिश की,”
उन्होंने कहा, विराट पिछले एक महीने से बोर्ड के साथ इस तरह की बातचीत कर रहे हैं। अगर विराट वाकई रिटायर होते हैं, तो यह उनके 14 साल के शानदार टेस्ट करियर का अंत होगा, जिसके दौरान उन्होंने 123 टेस्ट में 46.85 की औसत से 30 शतकों के साथ 9,230 रन बनाए। वह भारत के अब तक के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं, जिन्होंने आर्मबैंड के साथ 68 में से 40 टेस्ट जीते हैं।