Kalkaji Temple Delhi News: कालकाजी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़, अखंड ज्योति से होती है घर में नवरात्रि पूजन
Kalkaji Temple Delhi News: शारदीय नवरात्रि के पावन 9 दिनों त्यौहार की शुरूआत हो गई है। इस अवसर पर दिल्ली के कई मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली आज के दिन आशीर्वाद लेने के लिए मंदिरों के बाहर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। भक्तों ने आज मंदिरों में नौ दिवसीय उत्सव की शुरुआत करने के लिए देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा-अर्चना की। कालकाजी मंदिर और झंडेवालान मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े, जहां उन्होंने देवी दुर्गा का आशीर्वाद लिया।
Kalkaji Temple Delhi News: भक्तों की भारी भीड़

शारदीय नवरात्रि पवित्र हिंदू त्योहार है जो नौ दिनों तक चलता है और देवी दुर्गा द्वारा दिव्य ऊर्जा का उत्सव मनाया जाता है। अश्विन माह में मनाया जाने वाला इस त्योहार में उत्साहपूर्ण पूजा, कई अनुष्ठानों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को शामिल किया जाता है। कालकाजी मंदिर में आज भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली है। बता दें कि नवरात्रों के दो दिन पहले ही भक्तों का जत्था पैदल यात्रा की परंपरा को पूरा करते है और यह यात्रा कालका मंदिर तक चलती है।
#WATCH दिल्ली: शारदीय नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालु कालकाजी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।#Navratri2025 pic.twitter.com/FjHbbUkaiA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 22, 2025
Akhand Jyoti from Kalkaji Temple: अखंड ज्योति जलाई जाती है

कालकाजी मंदिर में नवरात्रों के समय प्रात: 4 बजे मंगला आरती की जाती है और इस दौरान अखंड ज्योति जलाई जाती है। इस ज्योति का प्राचीन समय से ही खास महत्व है, मंदिर में आए भक्त अखंड ज्योति को अपने घर लेकर जाते है और घर में नवरात्रि पूजा की अखंड ज्योति जलाते है साथ ही कलश स्थापना करके 9 दिनों देवी मां की पूजा की जाती है।
Navratri Celebrations: नवरात्रि के दिनों का महत्व
प्रत्येक दिन देवी के एक अलग रूप को समर्पित होता है, जो शक्ति, करुणा और ज्ञान के कई पहलुओं का प्रतीक है। भक्त उपवास रखते हैं, भक्ति गीत गाते हैं और गरबा, डांडिया जैसे पारंपरिक नृत्यों में भाग लेते हैं, जिससे एक आनंदमय वातावरण बनता है। हिंदुओं में नवरात्रि के दिनों का बहुत महत्व है और इन्हें बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। नौ दिनों तक चलने वाला यह उत्सव, जिसे राम नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है, भगवान राम के जन्मदिन, राम नवमी पर समाप्त होता है।