Kalyan Chatterjee Death : बंगाली सिनेमा के स्टार Kalyan Chatterjee का निधन, 81 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
Kalyan Chatterjee Death : बंगाली फिल्म जगत के मशहूर एक्टर Kalyan Chatterjee ने 7 दिसंबर 2025 की रात अंतिम सांस ली वे 81 वर्ष के थे। उनका निधन कोलकाता के एमआर बांगुर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में हुआ, जहाँ वे कुछ समय से टाइफाइड और उम्र-सम्बंधित बीमारियों से जूझ रहे थे। उनकी मौत की पुष्टि हो चुकी है। बंगाली फिल्म इंडस्ट्री ने एक बहुमूल्य अभिनेता खो दिया है। बीते कुछ महीनों से वह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे। उम्र से जुड़ी परेशानियां और टाइफॉइड ने उनकी स्थिति को गंभीर बना दिया था। अंततः रविवार देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली। परिवार ने जानकारी दी कि उनका अंतिम संस्कार कोलकाता के केवड़ातला श्मशान घाट में किया गया।
who is Kalyan Chatterjee : फिल्मो से जीता लोगो का दिल

Kalyan Chatterjee उन चुनिंदा कलाकारों में शामिल थे जिन्होंने सह-कलाकार के रूप में भी अपनी मज़बूत पहचान बनाई। उन्होंने करीब 400 से भी अधिक फिल्मों में काम किया- कभी हास्य तो कभी संवेदनशील किरदार निभाते हुए उन्होंने दर्शकों को अपना मुरीद बना लिया। 1968 में रिलीज हुई उनकी पहली फिल्म 'आपनजन' के साथ शुरू हुआ यह सफर आगे जाकर कई प्रतिष्ठित फिल्मों तक पहुंचा।
एक्टिंग करियर की शुरुआत

Kalyan Chatterjee ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1968 में आई बंगाली फिल्म 'अपंजन' से की थी. उन्होंने अपने सालों के एक्टिंग करियर में 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. उन्होंने अपनी हर फिल्म में एक आम बंगाली व्यक्ति के किरदार को बहुत ही खूबसूरती से निखारा है, जिसकी वजह से आज भी वो बंगाली फिल्मों का जाना-पहचाना चेहरा हैं।
Kalyan Chatterjee Movies : कल्याण चटर्जी की फिल्में

कल्याण चटर्जी कई सुपरहिट फिल्मों का भी हिस्सा रहे, जिनमें फिल्म 'दुई पृथिबी', 'सबुज द्वीपेर राजा', और 'बैशे श्राबोन' जैसी मूवीज शामिल हैं. लोगों के बीच उन्हें पहचान सत्यजीत रे की साल 1970 में रिलीज हुई फिल्म 'प्रतिद्वंदी' से मिली. कल्याण चटर्जी का काम बंगाली सिनेमा तक ही सीमित नहीं रहा. उन्होंने साल 2012 में आई बॉलीवुड फिल्म 'कहानी' में विद्या बालन के साथ भी काम किया.
सत्यजीत रे के साथ भी किया था काम
Kalyan Chatterjee उन कलाकारों में से थे जिन्हें महान फिल्मकार सत्यजीत रे के साथ काम करने का मौका मिला। सत्यजीत रे की फिल्म प्रतिद्वंद्वी ने उन्हें एक सशक्त कलाकार के रूप में स्थापित किया। इसके बाद धन्यी मेये, दुई पृथिबी, सबुज द्वीपर राजा, बैशे श्राबोन जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाएँ आज भी दर्शकों की स्मृतियों में दर्ज हैं। बांग्ला सिनेमा से आगे बढ़कर उन्होंने हिन्दी फिल्मों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सुजॉय घोष की लोकप्रिय थ्रिलर कहानी में उनका छोटा लेकिन प्रभावी किरदार दर्शकों को आज भी याद है।

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