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रेप और जान से मारने की धमकी के बीच, ‘इमजेंसी’ फिल्म का सर्टिफिकेशन रूका: Kangana Ranaut
10:52 PM Aug 30, 2024 IST | Shubham Kumar
Kangana Ranaut: फिल्म अभिनेत्री व मंडी लोकसभा से भाजपा सांसद कंगना रनौत इन दिनों अपनी आगामी फिल्म 'इमरजेंसी' को लेकर चर्चा में हैं। उनके फैंस इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उनके आगामी फिल्म पर सेंसरशिप के खतरों के बादल मंडरा रहे हैं।
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यह है उनकी आगामी फिल्म 'इमरजेंसी' का ऑफिसियल पोस्टर
वहीं अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) को भी इस फिल्म से काफी उम्मीदें हैं। कंगना फिल्म के प्रचार में लगी हुई हैं और अपनी फिल्म के बारे में बता रही हैं कि दर्शकों को उनकी फिल्म क्यों देखनी चाहिए। हालांकि, कंगना की यह फिल्म रिलीज होने से पहले विवादों में घिर गई है। बतौर कंगना उन्हें लगातार रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
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फिल्म को अबतक नहीं मिला है सेंसर बोर्ड से हरी झंडी
कंगना के लिए फिल्म बेहद खास है, लेकिन, लगातार मिल रही धमकियों के बीच फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो पाएगी या नहीं, यह सवाल गंभीर हो चला है। क्योंकि, खुद कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) ने कहा है कि उनकी फिल्म को सेंसर से सर्टिफिकेट नहीं मिला है। करीब एक मिनट की वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं कि हमारी फिल्म को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल गया है।
कंगना ने कहा, हमारी फिल्म क्लियर हो गई थी, लेकिन, उसका सर्टिफिकेशन रोक लिया गया है। क्योंकि, बहुत ज्यादा धमकी मिल रही हैं, सेंसर बोर्ड वाले को भी धमकी मिल रही है। हम पर यह दबाव है कि हम इंदिरा गांधी की मौत न दिखाएं, जरनैल सिंह भिंडरावाले को न दिखाएं, पंजाब दंगे के सीन ना दिखाएं, फिर दिखाएं क्या। मुझे माफ करें, मेरे लिए यह समय और पैदा हुए इस हालात पर विश्वास कर पाना कठिन हो गया है। इस देश के एक स्टेट में यह सब हो रहा है।
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कल ही एक्स पर शेयर किया था भावुक पोस्ट
बता दें कि कंगना ने इस वीडियो से पहले एक्स पर पोस्ट लिखा, ये महलों, ये तख्तों ये ताजों की दुनिया, ये इंसान के दुश्मन समाजों की दुनिया, ये दौलत के भूखे रिवाजों की दुनिया, हर एक जिस्म घायल, हर एक रूह प्यासी, निगाहों में उलझे दिलों में उदासी, ये दुनिया है या आलम-ए- बदहवासी, जवान जिस्म सजते हैं बाज़ार बनके, यहां प्यार होता है व्यापार बनके, वफ़ा कुछ नहीं प्यार कुछ नहीं, यहां इंसान की चौकड़ी वह कुछ नहीं। ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है, ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है।
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