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Karam Dam case : शेखावत ने कांग्रेस से भाजपा में आए दो नेताओं को मंत्री पद से हटाने की मांग की

मध्यप्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता भंवर सिंह शेखावत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि धार जिले का निर्माणाधीन कारम बांध कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।

02:42 AM Aug 31, 2022 IST | Desk Team

मध्यप्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता भंवर सिंह शेखावत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि धार जिले का निर्माणाधीन कारम बांध कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।

मध्यप्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता भंवर सिंह शेखावत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि धार जिले का निर्माणाधीन कारम बांध कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
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शेखावत ने अपने ही दल को फजीहत में डालते हुए यह मांग भी की कि कमलनाथ सरकार के तख्तापलट के वक्त कांग्रेस से भाजपा में आए उन दो नेताओं को मंत्री पद से हटाकर बांध के निर्माण की निष्पक्ष जांच की जाए जिन्हें मौजूदा भाजपा सरकार ने बांध मामले से निपटने के लिए मौके पर तैनात किया था।
शेखावत ने एक बयान में कहा कि 304 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा कारम बांध कमलनाथ सरकार के राज में हुए कथित भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। उन्होंने कहा,‘‘कारम बांध परियोजना का निर्माण कमलनाथ सरकार के समय शुरू हुआ था। उस दौरान भी तुलसीराम सिलावट मंत्री थे, जबकि राजवर्धन सिंह दत्तीगांव कांग्रेस विधायक थे।’’
उल्लेखनीय है कि सिलावट और दत्तीगांव कांग्रेस के उन 22 बागी विधायकों में शामिल थे जिनके विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार 20 मार्च 2020 को गिर गयी था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च 2020 को राज्य की सत्ता में लौट आई थी।सिलावट मौजूदा भाजपा सरकार में जल संसाधन मंत्री हैं, जबकि दत्तीगांव औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन मंत्री हैं। दोनों मंत्री कारम बांध के क्षतिग्रस्त होने के बाद मौके पर रहकर राहत और बचाव के इंतजाम संभाल रहे थे।
शेखावत ने कहा कि सिलावट और दत्तीगांव को मंत्री पद से हटाकर कारम बांध मामले की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए।उन्होंने दावा किया कि कारम बांध क्षतिग्रस्त होने के बाद आए सैलाब से 12 गांवों के किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और वे मुआवजे के लिए प्रशासनिक दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं।गौरतलब है कि शेखावत भाजपा में लम्बे समय से हाशिये पर चल रहे हैं और कारम बांध मामले में उनके बयान को अपनी ओर पार्टी का ध्यान खींचने की उनकी कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है।
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