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कर्नाटक : RSS संस्थापक हेडगेवार के बारे में पढ़ेंगे 10वीं के छात्र, विपक्ष बोला- शिक्षा का हो रहा भगवाकरण

सरकार ने फैसला लिया है कि अब से राज्य के स्कूलों में दसवीं कक्षा के छात्रों को आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के बारे में पढ़ाया जाएगा।

11:28 AM May 18, 2022 IST | Desk Team

सरकार ने फैसला लिया है कि अब से राज्य के स्कूलों में दसवीं कक्षा के छात्रों को आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के बारे में पढ़ाया जाएगा।

कर्नाटक में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की सरकार ने फैसला लिया है कि अब से राज्य के स्कूलों में दसवीं कक्षा के छात्रों को आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के बारे में पढ़ाया जाएगा। राज्य सरकार के इस फैसले के बाद विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं और सरकार पर राज्य की शिक्षा को भगवाकरण में बदलने का आरोप लगाया है। विपक्ष ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, सरकार राज्य में शिक्षा का भगवाकरण कर रही है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, सरकार शिक्षा में हेडगेवार के पाठ्यक्रमों को शामिल कर रही है, वहीं स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह और मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान को पाठ्यक्रम से हटा रही है।
हेडगेवार के एक भाषण का किया गया है जिक्र
इस मामले में एआइडीएसओ (ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन) ने भी भगत सिंह के अध्याय को पाठ्यक्रम से हटाने की बात कही है। हालांकि, पाठ्यपुस्तक समीक्षा समिति विपक्ष और एआइडीएसओ के सभी दावों को खारिज किया है। खबरों के मुताबिक, पाठ्यपुस्तक समीक्षा समिति के अध्यक्ष रोहित चक्रतीर्थ ने बयान दिया है कि, हमने पाठ्यकर्म में एक अध्याय में हेडगेवार के केवल उस भाषण का जिक्र किया है जिसमे उन्होंने युवाओं से कहा था कि, वे किसी की मूर्ति न बनाए, बल्कि अपनी पसंद की विचारधारा में विश्वास करें।
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भगत सिंह से जुड़े अध्याय को नहीं हटाया गया है : केटीबीएस
इसके अलावा केटीबीएस (कर्नाटक टेक्स्टबुक सोसाइटी ) ने एक बयान जारी कर कहा है कि, दसवीं कक्षा के कन्नड़ पाठ्यपुस्तकों से केबी हेडगेवार के भाषणों से भगत सिंह से जुड़े अध्याय को नहीं हटाया गया है। वह पहले की तरह ही पुस्तक में है। वहीं केटीबीएस के प्रबंध निदेशक, मेडेगौड़ा ने कहा, छठी से दसवीं कक्षा की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों और पहली से दसवीं कक्षा की कन्नड़ पाठ्यपुस्तकों की जांच की जा रही है। जिसके लिए लेखक रोहित चक्रवर्ती के नेतृत्व में एक समिति गठित की गई है।  

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