कर्नाटक सरकार ने Schools और Colleges में संविधान की प्रस्तावना पढ़ना किया अनिवार्य
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने गुरुवार को सरकारी और निजी दोनों स्कूलों और कॉलेजों के लिए हर दिन संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य करने का फैसला किया।
01:45 PM Sep 15, 2023 IST | Nishant kumar
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने गुरुवार को सरकारी और निजी दोनों स्कूलों और कॉलेजों के लिए हर दिन संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य करने का फैसला किया। अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा विधान सौध के पास प्रस्तावना के पाठ में भाग लिया।
Advertisement
संवैधानिक जिम्मेदारियों के बारे में भी बताया
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और साथी कैबिनेट सदस्य डॉ जी परमेश्वर, रामलिंगा रेड्डी, ईश्वर खंड्रे, केजे जॉर्ज और कांग्रेस विधायक रिजवान अरशद भी प्रस्तावना पढ़ने के कार्यक्रम में शामिल हुए। समाज कल्याण राज्य मंत्री एचसी महादेवप्पा ने कहा, नागरिकों को हमारे संविधान में निहित अपने मूल कर्तव्यों का पालन करने की आवश्यकता है। इसलिए स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों को जागरूक करने के लिए संविधान की प्रस्तावना पढ़ने की व्यवस्था की जा रही है। इसे बनाने में जिन आदर्शों और सिद्धांतों का इस्तेमाल किया गया। साथ ही उन्हें संवैधानिक जिम्मेदारियों के बारे में भी बताया गया।
सिद्धांतों और विचारों को समझने में करेगा मदद
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों और शिक्षकों के लिए सुबह की प्रार्थना के दौरान प्रस्तावना पढ़ना और संवैधानिक सिद्धांतों को अपने रोजमर्रा के जीवन में अपनाने और शामिल करने की शपथ लेना अनिवार्य कर दिया है। महादेवप्पा ने कहा, संविधान सभी नागरिकों के लिए बीआर अंबेडकर का एक उपहार था। यह निष्पक्षता और समानता पर जोर देने वाली एक पवित्र क़ानून पुस्तक है। इसलिए, प्रस्तावना को पढ़ने के पीछे एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। यह हमारे बच्चों को बुनियादी सिद्धांतों और विचारों को समझने में मदद करेगा। हमारे देश की स्थापना हुई थी ।
Advertisement