कर्नाटक विस चुनाव : शिवकुमार ने कांग्रेस के घोषणापत्र के लिए कन्नड़भाषी एनआरआई लोगों से सुझाव मांगे
कर्नाटक विस चुनाव: शिवकुमार ने कांग्रेस के घोषणापत्र के लिए कन्नड़भाषी एनआरआई लोगों से सुझाव मांगे – कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने मंगलवार को कन्नड़ भाषी अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को पार्टी के घोषणाप
10:57 PM Dec 13, 2022 IST | Shera Rajput
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने मंगलवार को कन्नड़ भाषी अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को पार्टी के घोषणापत्र “वैश्विक कर्नाटक, बेहतर कर्नाटक” के लिए अपने सुझाव साझा करने के लिए आमंत्रित किया।
कर्नाटक में अगले साल अप्रैल-मई तक विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।
शिवकुमार ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘ कन्नड़ भाषी लोगों ने वैश्विक स्तर पर सेवा करके भारत को गौरवान्वित किया है। कन्नड़ भाषियों का योगदान अद्वितीय है क्योंकि कई विश्व नेता बेंगलुरु और कर्नाटक के माध्यम से भारत को पहचान रहे हैं। लेकिन, आज कर्नाटक पर भी कलंक लग गया है। हमें इसे साफ करने और अपने राज्य और इसकी पहचान को गौरवान्वित करने की जरूरत है। ’’
इस बात पर जोर देते हुए कि कन्नड़ भाषी एनआरआई को सुझाव देना चाहिए कि कैसे राज्य और इसका शासन बेहतरी के लिए बदला जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप लोगों से कर्नाटक को वैश्विक और बेहतर बनाने के लिए सुझावों को आमंत्रित करता हूं। ’’
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) प्रमुख ने दुनिया भर में बसे कन्नड़ भाषी लोगों से अनुरोध किया कि वे उन क्षेत्रों के बारे में सुझावों के साथ अपनी स्पष्ट और निष्पक्ष राय साझा करें जहां राज्य को अपने कामकाज में सुधार करने की जरूरत है और यह भी कि कैसे नवाचारों को शामिल किया जा सकता है।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जी परमेश्वर के नेतृत्व वाली घोषणा-पत्र कमेटी इसके मसौदे को अंतिम रूप देगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस का लक्ष्य कर्नाटक विधानसभा की 224 में से कम से कम 150 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी करना है।
कर्नाटक में अगले साल अप्रैल-मई तक विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।
शिवकुमार ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘ कन्नड़ भाषी लोगों ने वैश्विक स्तर पर सेवा करके भारत को गौरवान्वित किया है। कन्नड़ भाषियों का योगदान अद्वितीय है क्योंकि कई विश्व नेता बेंगलुरु और कर्नाटक के माध्यम से भारत को पहचान रहे हैं। लेकिन, आज कर्नाटक पर भी कलंक लग गया है। हमें इसे साफ करने और अपने राज्य और इसकी पहचान को गौरवान्वित करने की जरूरत है। ’’
इस बात पर जोर देते हुए कि कन्नड़ भाषी एनआरआई को सुझाव देना चाहिए कि कैसे राज्य और इसका शासन बेहतरी के लिए बदला जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप लोगों से कर्नाटक को वैश्विक और बेहतर बनाने के लिए सुझावों को आमंत्रित करता हूं। ’’
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) प्रमुख ने दुनिया भर में बसे कन्नड़ भाषी लोगों से अनुरोध किया कि वे उन क्षेत्रों के बारे में सुझावों के साथ अपनी स्पष्ट और निष्पक्ष राय साझा करें जहां राज्य को अपने कामकाज में सुधार करने की जरूरत है और यह भी कि कैसे नवाचारों को शामिल किया जा सकता है।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जी परमेश्वर के नेतृत्व वाली घोषणा-पत्र कमेटी इसके मसौदे को अंतिम रूप देगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस का लक्ष्य कर्नाटक विधानसभा की 224 में से कम से कम 150 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी करना है।
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