कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग दूसरे दिन भी यातायात के लिए बंद
मशीनों की मदद से सड़क को साफ करने का अभियान जारी है। पत्थर गिरने और भूस्खलन के कारण सड़क को दुरूस्त करने के काम में बाधा पहुंची है।
कश्मीर घाटी को शेष देश से जोड़ने वाले 300 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को यातायात बंद रहा। दक्षिण कश्मीर के शोपियां को जम्मू क्षेत्र राजौरी और पुंछ से जोड़ने वाला, अनंतनाग से किस्तवाड़ और श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग 86 किलोमीटर लंबा ऐतिहासिक मुगल रोड बर्फबारी और फिसलन के कारण दिसंबर से बंद है।
सूत्रों ने यूनीवार्ता को बताया कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थिति जवाहर सुरंग पर दोनों ओर से ताज बर्फबारी, भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण गुरुवार को बंद कर दिया गया था। जवाहर सुरंग के समीप बर्फबारी और रामबन तथा रामसू के बीच भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण कई सैकड़ वाहन फंसे हुए है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और बीकॉन ने अत्याधुनिक मशीनों की मदद से सड़क को साफ करने का अभियान जारी है। पत्थर गिरने और भूस्खलन के कारण सड़क को दुरूस्त करने के काम में बाधा पहुंची है। सुरंग के दोनों ओर की बर्फ हटा दी गई है और बनिहाल में फंसे कश्मीर जाने वाले वाहनों को अपने गंतव्य जाने की अनुमति दी गयी है।
उन्होंने कहा कि रामबन, रामसू और अन्य स्थानों पर सैकड़ वाहन वाहन फंसे हुए है। भूस्खलन के बाद सड़क साफ करने अभियान चलाया गया है। पेंथाल, डिगडोल, बैटरी चेशमा और दो अन्य स्थानों की ओर से वाहन जा रहे है। यातायात पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी केवल मार्ग में फंसे वाहनों को अपने गंतव्य की ओर जाने की इजाजत दी गई है।