
भारत में आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बजट पेश किया है। इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि पिछले साल 1.75 लाख करोड़ रुपये से अधिक का आयकर चुकाने के बावजूद शहर को केंद्रीय बजट 2023-24 में केवल 325 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।केंद्र पर राष्ट्रीय राजधानी के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बजट में महंगाई और बेरोजगारी की दोहरी समस्याओं से कोई राहत नहीं मिली है।
केजरीवाल ने किया ट्वीट
केजरीवाल ने एक के बाद एक किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, “दिल्ली के लोगों के साथ एक बार फिर सौतेला व्यवहार।दिल्ली के लोगों ने पिछले साल 1.75 लाख करोड़ से ज्यादा का आयकर चुकाया।उसमें से दिल्ली के विकास के लिये सिर्फ 325 करोड़ रुपये दिए गए। यह दिल्ली के लोगों के साथ घोर अन्याय है।”
दिल्ली वालों के साथ फिर से सौतेला बर्ताव। दिल्ली वालों ने पिछले साल 1.75 लाख करोड़ से ज़्यादा इनकम टैक्स दिया। उस में से मात्र 325 करोड़ रुपये दिल्ली के विकास के लिए दिये। ये तो दिल्ली वालों के साथ घोर अन्याय है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2023
बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई ठोस योजना नहीं
केजरीवाल का कहना है कि इस बजट में मंहगाई से कोई राहत नहीं है। उल्टे इस बजट से मंहगाई बढ़ेगी। बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। शिक्षा बजट को 2.64 फीसदी से घटाकर 2.5 फीसदी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। स्वास्थ्य बजट को 2.2 फीसदी से घटाकर 1.98 प्रतिशत करना हानिकारक है।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2023-24 पेश किया।