Kishtwar Cloud Burst: 65 शव बरामद, राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग
Kishtwar Cloud Burst: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना में 65 लोगों की मौत और भारी तबाही मची है। बता दें कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इस आपदा पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पार्टी ने कहा कि वह पीड़ित परिवारों और इस आपदा से प्रभावित सभी लोगों के साथ एकजुट खड़ी है। बता दें कि उत्तराखंड के धराली में आपदा के बाद जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना इस वर्ष दूसरी सबसे बडी प्राकृतिक घटना है।
पार्टी का बयान
पार्टी की केंद्रीय समिति ने बयान में कहा कि यह घटना कुछ दिन पहले उत्तराखंड के धराली में आई विनाशकारी आपदा के बाद हुई है, जो हिमालयी क्षेत्रों की अत्यधिक संवेदनशीलता को एक बार फिर दर्शाती है। लगातार आती ऐसी आपदाएं गंभीर चेतावनी देती हैं कि अनियंत्रित और खराब तरीके से योजना बनाकर किए गए विकास कार्य किस तरह संवेदनशील पर्वतीय पारिस्थितिक तंत्र पर भारी दबाव डाल रहे हैं और लाखों लोगों की जान को खतरे में डाल रहे हैं।
रूसी दूतावास की संवेदना
Kishtwar Cloud Burst के बाद रूसी दूतावास ने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और इस दुखद घटना में घायल हुए लोगों के जल्द ही स्वस्थ होने की कामना की। रूसी दूतावास ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारत स्थित रूसी दूतावास जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ क्षेत्र में हुई विनाशकारी बादल फटने की घटना से बेहद दुखी है, जिसमें दर्जनों लोगों की जान चली गई है। हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
Kishtwar Cloud Burst
जम्मू में 14 अगस्त को बादल फटने से आई अचानक बाढ़ के बाद किश्तवाड़ में बचाव अभियान अभी भी जारी है। स्थानीय समुदाय और जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रभावित लोगों को तत्काल राहत, आश्रय और चिकित्सा सहायता प्रदान कर रही है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी किश्तवाड़ में बादल फटने से हुए नुकसान का आकलन करने और चल रहे बचाव कार्यों का निरीक्षण किया।
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