KL Rahul बल्लेबाज़ नहीं Team India के लिए बन चुके हैं संकटमोचक
KL Rahul : मैनचेस्टर टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया को तब राहत मिली जब केएल राहुल और कप्तान शुभमन गिल की जोड़ी मैदान पर चट्टान बनकर खड़ी हो गई। जहां एक ओर इंग्लैंड ने पहली पारी में 544 रन बनाकर भारत पर 186 रनों की विशाल बढ़त बना ली थी, वहीं दूसरी ओर चौथे दिन राहुल और गिल ने तीसरे विकेट के लिए अब तक 174 रनों की साझेदारी कर भारत की उम्मीदों को एक बार फिर जगा दिया है। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक केएल राहुल 87 रन और शुभमन गिल 78 रन बनाकर नाबाद लौटे। दोनों की यह साझेदारी न सिर्फ रन जोड़ने वाली थी, बल्कि भारतीय टीम को एक हार के मुहाने से दूर खींच लाने वाली साझेदारी भी साबित हुई। लेकिन केएल राहुल की कहानी सिर्फ रनों तक सीमित नहीं है। इस टेस्ट मैच के दौरान एक ऐसा खुलासा हुआ जिसने दिखा दिया कि राहुल टीम इंडिया के लिए क्या मायने रखते हैं। वो सिर्फ एक बल्लेबाज़ नहीं, बल्कि हर भूमिका में खुद को झोंक देने वाला ऐसा खिलाड़ी हैं जो टीम के लिए हर काम करने को तैयार है।
राहुल मैदान के भीतर ही नहीं, मैदान के बाहर भी हर जिम्मेदारी के लिए तैयार
सोनी स्पोर्ट्स के एक पॉडकास्ट के दौरान चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद एंकर गौरव कपूर ने दिल्ली कैपिटल्स के कोच हेमांग बदानी और पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह से बात की। इस बातचीत में केएल राहुल को लेकर कुछ बेहद दिलचस्प और हैरान करने वाली बातें सामने आईं। गौरव कपूर ने कहा, “केएल राहुल किसी भी नंबर पर खेल लेते हैं। कप्तानी कर लेते हैं, विकेटकीपिंग कर लेते हैं, स्लिप में खड़े हो जाते हैं। इस पर हेमांग बदानी ने खुलासा किया कि आईपीएल 2025 के दौरान जब केएल राहुल दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेल रहे थे, तब उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अलग-अलग भूमिकाएं निभाईं। कभी ओपनिंग की, कभी नंबर 3 पर बैटिंग की, कभी 4 नंबर पर उतरे। जब विकेटकीपिंग छोड़कर फील्डिंग करने को कहा गया, तब भी बिना झिझक हां कर दी। टीम को मैदान में जो भी चाहिए था, केएल राहुल ने वो सब किया सिवाय गेंदबाजी के।
इस पर गौरव कपूर ने हँसते हुए कहा, “आपने ये नहीं बताया कि मैच के बाद टीम की बस भी चलाते थे, प्लेन भी उड़ाते थे, सबका खाना भी बनाते थे। शायद हम उनसे कुछ और कहें तो वो भी कर देते। आरपी सिंह ने इस पर जोड़ा कि IPL के दौरान केएल राहुल सिर्फ बल्लेबाज़ नहीं थे। वो कोचिंग भी करते थे, टीम भी बनाते थे, और जरूरत पड़ने पर सब कुछ करते थे। इन मज़ाकिया बातों के बीच जो सच्चाई छुपी थी, वो बहुत बड़ी थी . केएल राहुल वो खिलाड़ी हैं जो जहां ज़रूरत हो वहां खड़े हो जाते हैं।
इस सीरीज़ में संकटमोचक की भूमिका
अगर इंग्लैंड के खिलाफ इस पूरी टेस्ट सीरीज़ की बात करें, तो केएल राहुल ने अब तक 8 पारियों में 72.57 की शानदार औसत से 508 रन बना लिए हैं। इस दौरान उन्होंने दो शतक और दो अर्धशतक जड़े हैं। वो सीरीज़ में शुभमन गिल (697 रन) के बाद दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज़ हैं। हर बार जब टीम संकट में थी, राहुल ने मोर्चा संभाला। शुरुआत में विकेट जल्दी गिरें या टीम को टिककर खेलने की ज़रूरत हो केएल राहुल का बल्ला हमेशा भरोसा दिलाता रहा है। अब मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी दिन भारत को हार से बचाने के लिए एक और बड़ी पारी की ज़रूरत है। और ऐसे समय में जब गिल और राहुल जैसे दो धुरंधर बल्लेबाज़ क्रीज़ पर मौजूद हों, तो उम्मीदें फिर से लौट आती हैं।
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