टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

जानें अयप्पा मंदिर से जुड़े ये हैरान कर देने वाली कुछ खास बातें

करेल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से करीब 175 किलोमीटर दूर सबरीमाला मंदिर करोड़ो हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। यह मंदिर बहुत प्रसिद्घ है।

06:33 AM Dec 05, 2019 IST | Desk Team

करेल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से करीब 175 किलोमीटर दूर सबरीमाला मंदिर करोड़ो हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। यह मंदिर बहुत प्रसिद्घ है।

करेल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से करीब 175 किलोमीटर दूर सबरीमाला मंदिर करोड़ो हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। यह मंदिर बहुत प्रसिद्घ है। इतना ही नहीं इस मंदिर को भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है। यह मंदिर पंपा क्षेत्र में स्थित है। यहां से तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर लंबी पर्वत श्रृंखला और घने वन हैं। इसी वन क्षेत्र में स्थित है सबरीमाला मंदिर। यहां पर हर साल काफी ज्यादा संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। तो चालिए आपको बताते हैं अयप्पा स्वामी मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें।
Advertisement
1.मकर ज्योति
सबरीमाला मंदिर के पास में ही मकर संक्रांति की रात को थोड़ी-थोड़ी देर में एक ज्योति नजर आती है। जब यह ज्योति रोशनी में दिखाई देती है तब इसमें कुछ आवाज सी सुनाई देती है। यह सब कुछ बिल्कुल अंधेरे में होता है,जो किसी आश्चर्य से कम भी नहीं है। इतना ही नहीं इसी ज्योति को देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं।
2.मंदिर में केवल ये लोग कर सकते हैं प्रवेश
धार्मिक मान्यताओंं  के मुताबिक श्री अयप्पा ब्रह्मचारी थे। इस वजह से यहां पर 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री नहीं कि जाती है। वहीं मंदिर में मासिक धर्म के आयु वर्ग में आने वाली महिलाओं का जाना भी प्रतिबंधित है। मंदिर के ट्रस्ट का कहना है कि इस मंदिर में करीब 1500 साल से महिलाओं के प्रवेश पर बैन लगाया हुआ है। 
3.रूद्राक्ष एंव तुलसी माला
 
मान्यता है कि इस मंदिर में भक्त तुलसी या रूद्राक्ष की माला पहनकर और व्रत रखकर यहां पर दर्शन करने के लिए आएं तो उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है। क्योंकि अयप्पा को रूद्रास और तुलसी की माला सबसे ज्यादा प्रिय है।
 
4.श्री अयप्पा भगवान विष्णु के पुत्र

धार्मिक मान्यताओं में ऐसा बताया जाता है कि श्री अयप्पा को भगवान विष्णु और शिव का बेटा का जाता है। 
5.मंदिर में दर्शन करने से 41 दिन पहले रखते हैं व्रत
मंदिर में भगवान के दर्शन करने के लिए 41 दिनों पहले से ही व्रत की तैयारियां कर ली जाती है। यहां पर दर्शन करने वाले भक्तों को दो महीने पहले से ही सात्विक भोजन करना होता है और ब्रह्मर्च का पालन करना होता है। 
Advertisement
Next Article