जानिए भाई की दाहिने कलाई पर राखी बांधने के पीछे का रहस्य
श्रावण मास की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस साल रक्षा बंधन 15 अगस्त के दिन मनाया जाएगा।
11:39 AM Aug 14, 2019 IST | Desk Team
श्रावण मास की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस साल रक्षा बंधन 15 अगस्त के दिन मनाया जाएगा। इस खास दिन पर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है साथ ही अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती है। वहीं भाई भी अपनी बहन की हर समय रक्षा करने का वचन लेता है। बहन के राखी बांधने के बाद भाई अपनी बहन को तोहफा देता है।
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रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त
इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 49 मिनट से शुरू हो जाएगा जो शाम 6 बजकर 01 मिनट तक रहेगा। यानि इसका मतलब ये हुआ कि बहनें अपने भाई को इस समय के दौरान कभी भी राखी बांध सकेंगी। वैसे आपको बता दें कि राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजे से शुरू होकर 7:30 बजे वहीं दूसरा शुभ समय 10:30 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा।
पंचांग के मुताबिक 15 अगस्त को गुरूवार के दिन नक्षत्र श्रवण,सौभाग्य योग,बव करण,सूर्य राशि कर्क और चंद्रमा मकर राशि में रहने वाला है। लेकिन इस बार सबसे अच्छी बात यह है कि रखी पर भद्रा दोष मुक्त है।
राखी दाएं हाथ में बांधने के पीछे का राज
हर बहन को अपने भाई की दाहिने कलाई पर राखी बांधनी चाहिए। हिंदू धर्म में हमेशा दांए हाथ में राखी बांधना शुभ माना गया है। इसलिए पूजा करते वक्त या किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत करने के लिए दाहिने हाथ से काम करना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि रक्षा सूत्र बांधने से ब्रह्मा विष्णु,महेश,लक्ष्मी,सरस्वती और दुर्गा सभी का आर्शीवाद प्राप्त होता है। इसलिए राखी भाई की कलाई पर हमेशा दाएं हाथ में बांधी जानी चाहिए।
इस मंत्र के साथ बांधे राखी
येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबलः तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचलः’ इसका मतलब- ‘जिस रक्षासूत्र से शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी रक्षा बंधन से मैं तुम्हें बांधता हूं, ये तुम्हारी रक्षा करेगा।
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