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राजस्थान के छोटे गांव से लेकर उपराष्ट्रपति पद तक...जानें उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar का सफर

07:58 AM Jul 22, 2025 IST | Himanshu Negi
राजस्थान के छोटे गांव से लेकर उपराष्ट्रपति पद तक   जानें उपराष्ट्रपति jagdeep dhankhar का सफर
Jagdeep Dhankhar

उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भावुक पत्र लिखा जिसमें स्वास्थ्य खराब होने के कारण यह फैसला लेने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि 18 मई, 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के एक छोटे से गांव किठाना में जगदीप धनखड़ का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। उन्हें किसान का बेटा कहा जाता है और यही बात भाजपा ने उपराष्ट्रपति पद के नामांकन के दौरान राजनीतिक संदेश में भी बताई थी।

उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar की पढ़ाई

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपनी स्कूल की शिक्षा चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल से पूरी की थी। बाद में उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से विज्ञान स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी और इसी विश्वविद्यालय से LLB की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई पूरी करने के बाद 1979 में राजस्थान बार काउंसिल में पंजीकरण के बाद अपनी वकालत शुरू की औक 1990 में राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता नियुक्त किया गया।

राजनीति में एंट्री

वकालत करने के साथ ही उन्होंने वर्ष 1989 में झुंझुनू से जनता दल के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीतकर राजनीति में एंट्री ली। यह वकालत संसद में काम आई और जल्द ही मंत्री पद का कार्यभार संभाला। बता दें कि उन्होंने सरकार और विधानमंडल के बीच महत्वपूर्ण समन्वय का कार्यभार संभाला। बाद में उन्होंने 1993 से 1998 तक राजस्थान विधानसभा के सदस्य के रूप में किशनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। जगदीप धनखड़ राजनीतिक रूप से एक्टिव रहे और जनता दल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) सहित कई दलों से जुड़े रहे।

बंगाल के बने राज्यपाल

राजनीति में एंट्री के बाद जुलाई 2019 में धनखड़ को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। लेकिन इस दौरान TMC सरकार के साथ संघवाद, विश्वविद्यालयों में नियुक्तियों और कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर उनका लगातार मतभेद रहा और आलोचकों ने उन पर संवैधानिक सीमाओं का उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया।

उपराष्ट्रपति पद संभाला

बंगाल के राज्यपाल बनने के बाद 16 जुलाई, 2022 को BJP ने उपराष्ट्रपति पद के लिए धनखड़ को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का उम्मीदवार घोषित किया। 6 अगस्त, 2022 को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में धनखड़ ने विपक्ष में मार्गरेट अल्वा को 182 वोटों के अंतर से हरा दिया था। जगदीप धनखड़ को 725 में से 528 वोट हासिल हुए थे। वहीं विपक्ष में मार्गरेट अल्वा 182 वोट हासिल हुए थे। भारी मतों से जितने के बाद वह देश के 14वें उपराष्ट्रपति बने थे।

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Himanshu Negi

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