देशभक्ति की मिसाल बने लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी, साथी की जान बचाकर खुद शहीद
देशभक्ति की मिसाल: साथी की रक्षा में शहीद हुए लेफ्टिनेंट तिवारी
सिक्किम में ऑपरेशनल गश्त के दौरान लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी ने देशभक्ति की मिसाल कायम की। अयोध्या के इस 22 वर्षीय जवान ने अपने साथी की जान बचाने के लिए नदी में छलांग लगाई, लेकिन खुद शहीद हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शशांक के बलिदान को नमन करते हुए स्मारक निर्माण और 50 लाख की सहायता की घोषणा की है।
सिक्किम में ऑपरेशनल गश्त के दौरान एक साथी जवान को तेज बहाव से बचाने के प्रयास में अयोध्या के रहने वाले 22 वर्षीय लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी शहीद हो गए। उन्होंने बहते हुए जवान को नदी से बाहर निकाल तो लिया, लेकिन खुद की जान गंवा बैठे। शशांक एनडीए से प्रशिक्षित थे और पिछले साल ही सेना में कमीशन पाए थे। उनका पार्थिव शरीर आज अयोध्या पहुंचेगा और कल राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके बलिदान को नमन करते हुए स्मारक निर्माण और 50 लाख की सहायता की घोषणा की है। सिक्किम में गश्त के दौरान नदी में एक जवान गिर गया और तेज बहाव में बहने लगा। यह देखकर लेफ्टिनेंट शशांक बिना सोचे समझे नदी में कूद गए। साथी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन खुद पानी में डूब गए। कुछ ही देर में यह खबर यूनिट में फैल गई और खोजबीन शुरू हुई। बाद में शशांक का पार्थिव शरीर बरामद हुआ।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई की तैयारी
शशांक का पार्थिव शरीर विशेष विमान से सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट से अयोध्या लाया जाएगा। शनिवार को जमथरा घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। घर के बाहर अंतिम दर्शन के लिए नगर निगम द्वारा जमीन साफ कराई जा रही है। शहीद के घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं।
मां को अभी नहीं दी गई बेटे की शहादत की खबर
शशांक की मां नीता तिवारी दिल की मरीज हैं। उनकी तबीयत को देखते हुए परिवार ने उन्हें बेटे की शहादत की खबर नहीं दी है। शशांक की बहन जो दुबई में रहती हैं, वे अयोध्या पहुंच चुकी हैं। घर के रिश्तेदार पड़ोसियों के घर में रुके हैं ताकि मां को कोई आहट न हो। परिजन इंतजार कर रहे हैं कि पिता के लौटने के बाद मां को सच्चाई बताई जाएगी।
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सीएम योगी ने की घोषणा: बनेगा स्मारक, मिलेगा मुआवजा
अयोध्या में मौजूद सीएम योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी दर्शन के दौरान शशांक की शहादत को सलाम किया। उन्होंने घोषणा की कि शशांक की याद में अयोध्या में स्मारक बनाया जाएगा। साथ ही परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।