Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

गुजरात: मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सड़कों की मरम्मत, स्थानीय लोगों ने जताई खुशी

07:13 PM Jul 13, 2025 IST | Aishwarya Raj
गुजरात: मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सड़कों की मरम्मत, स्थानीय लोगों ने जताई खुशी

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के निर्देश के बाद गुजरात में सड़कों की मरम्मत के कार्य में तेजी देखी जा रही है। इसी क्रम में पंचमहल जिले के हलोल-शामलाजी हाईवे पर मरम्मत की गई। सीएम भूपेंद्र पटेल के निर्देशों के बाद राज्य में सड़क मरम्मत कार्यों में तेजी लाई गई है। रविवार को पंचमहल जिले के हलोल-शामलाजी हाईवे पर गोधरा बाईपास के गदूकपुर चौकड़ी के पास क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया। इस दौरान जिला कलेक्टर अजय दहिया ने मौके पर पहुंचकर कार्य का निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने गुजरात सरकार की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का आभार जताया। जिला मजिस्ट्रेट अजय दहिया ने कहा, "मानसून के कारण पंचमहल जिले में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। विभिन्न विभागों द्वारा मरम्मत कार्य चल रहा है। आज जीएसआरटीसी के अंतर्गत रघुपुर गांव के पास मिश्री नदी पर बने पुल की मरम्मत के लिए मौजूद हैं। जिला प्रशासन को पुल की मरम्मत का अनुरोध प्राप्त हुआ था और जीएसआरटीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं।

सड़क की ऊपरी परत क्षतिग्रस्त

मानसून के कारण सड़क की ऊपरी परत क्षतिग्रस्त हो गई थी।" इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मानसून के कारण हुए नुकसान के मद्देनजर गुजरात भर में सड़कों, पुलों और राजमार्गों की स्थिति का आकलन करने के लिए गांधीनगर में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिम्मेदार अधिकारियों को क्षतिग्रस्त सड़कों की जल्द से जल्द समय रहते मरम्मत करने का निर्देश दिया था।

बारिश रुकने का इंतजार

सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि बारिश रुकने का इंतजार किए बिना युद्धस्तर पर सड़कों की तत्काल मरम्मत करें। उन्होंने कहा था कि शहरी स्थानीय निकायों से जलभराव और अंडरपास में बाढ़ जैसी समस्याओं के समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई हो। साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में दीर्घकालिक बुनियादी ढांचे के समाधान का निर्देश दिया था।

Advertisement
Advertisement
Next Article