
कांग्रेस और विपक्षी दलों के सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले को लेकर जेपीसी मांग की है, वहीं कांग्रेस ने राहुल गांधी को सदन में बोलने देने की मांग करते हुए शुक्रवार को लोकसभा में हंगामा किया जिस कारण सदन की कार्यवाही एक बार स्थगन के बाद सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। फिर से शुरु होने के बाद सदन में विपक्षी सदस्यों के भारी शोर-शराबे के बीच ही वित्त विधेयक 2023 को पारित किया गया।
सदन में विपक्षी दलों ने लगाए जोरदार नारे
लोकसभा की कार्यवाही एक बार स्थगन के बाद जब दोपहर 12 बजे फिर आरंभ हुई तो विपक्षी सदस्य अडाणी समूह के मामले में जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। कई विपक्षी सदस्यों ने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की। कई सदस्यों के हाथों में तख्तियां थीं।
विपक्षी सदस्यों ने वीट वांट जेपीसी, जेपीसी लागू करो’ के नारे लगाए।
सीतारमण ने वित्त विधेयक किया पेश
इस हंगामे के बीच ही पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त विधेयक 2023 पेश किया। विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच ही सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। वित्त विधेयक को सदन की मंजूरी मिलने के तत्काल बाद करीब 12 बजकर 45 मिनट पर अग्रवाल ने कार्यवाही सोमवार (27 मार्च) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

कांग्रसे ने की अध्यक्ष से राहुल को बोलने देने की मांग
इससे पहले, आज सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मांग करने लगे कि राहुल गांधी को सत्तापक्ष की तरफ से लगाए गए आरोपों का जवाब देने का मौका दिया जाए। उल्लेखनीय है कि भारतीय लोकतंत्र के संदर्भ में लंदन में दिए गए राहुल गांधी के एक बयान को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सरकार के कुछ अन्य मंत्रियों ने कांग्रेस नेता पर विदेशी धरती से भारत को बदनाम करने का आरोप लगाया था और उनसे माफी की मांग की थी।
उपनाम को लेकर मानहानि के मामले में सदन में हंगामा
सदन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य पिछले दो सप्ताह से इस मुद्दे पर राहुल गांधी से माफी की मांग कर रहे हैं। सदन में आज सुबह राहुल गांधी मौजूद थे। इससे एक दिन पहले ही सूरत की एक अदालत ने मानहानि के मामले में उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी। हालांकि उन्हें बाद में जमानत दे दी गयी। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राहुल गांधी की तरफ इशारा करते हुए आसन से कुछ कहना चाहा। कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर हंगामा कर रहे थे और फिर वे आसन की तरफ बढ़ने लगे।
बिरला ने सदस्यों से शांत रहने की अपील की
बिरला ने सदस्यों से शांत होने और सदन चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा, मेरा आग्रह है कि सदन चले। सदन नहीं चलता है तो मेरा मन दुखी होता है। आप लोग सदन चलने दें। हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब एक मिनट के अंदर ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।गत 13 मार्च से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा एवं राज्यसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही लगातार बाधित हुई है। विपक्षी दल अडाणी समूह के मामले में जेपीसी गठित करने की मांग पर अड़े हुए हैं। दूसरी तरफ, सत्तापक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए बयान को लेकर उनसे माफी की मांग कर रहा है।
