नेपाल के बाद अब लंदन में लगी विद्रोह की आग, सड़कों पर उतरे लाखों लोग, झड़प में 26 पुलिसकर्मी घायल
London Protest: नेपाल और फ्रांस के बाद अब यूनाइटट किंगडम में भी विद्रोह की आग लग गई है। राजधानी लंदन की सड़कों पर शनिवार को लाखों लोग इकट्ठा हो गए। ब्रिटिश एक्टिविस्ट टॉमी रॉबिन्सन के नेतृत्व में लंदन में 'यूनाइट द किंगडम' मार्च आयोजित किया गया, जो उस समय हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा अधिकारियों के बीच झड़पें हुईं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, झड़प के दौरान 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके साथ ही 25 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया।

London Protest Violence: हिंसा में 26 पुलिसकर्मी घायल
यूनाइटेड किंगडम मार्च के दौरान, लंदन के व्हाइटहॉल में स्टैंड अप टू रेसिज़्म नाम से एक विरोध प्रदर्शन चल रहा था, जिसमें 5,000 लोग शामिल थे। पुलिस व्हाइटहॉल में जमा 5,000 प्रदर्शनकारियों को लाखों की भीड़ से दूर रखने की कोशिश कर रही थी, तभी झड़पें शुरू हो गईं। 26 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। हिंसा में शामिल 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस दंगे में शामिल बाकी लोगों की भी पहचान कर रही है।
#WATCH | UK | People gathered on the streets of London in anti-immigration protests and headed towards Westminster, the seat of the UK parliament.
A counter-protest by "Stand Up To Racism" gathered at the other end of Whitehall, the main route to Parliament. The group marched to… pic.twitter.com/2l3PyyqU1f
— ANI (@ANI) September 13, 2025
Protest Against Immigration: विरोध प्रदर्शन का कारण
प्रदर्शनकारी ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उनकी मांग है कि अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकाला जाए। इस साल 28,000 से ज़्यादा प्रवासी इंग्लिश चैनल के रास्ते नाव से ब्रिटेन पहुंच चुके हैं। विरोध प्रदर्शन में शामिल लोग अवैध प्रवासियों को शरण देने के खिलाफ हैं। हाल ही में, एक इथियोपियाई प्रवासी ने 14 साल की एक लड़की का यौन उत्पीड़न किया, जिससे लोगों का गुस्सा और भड़क गया है। सरकार और पुलिस पर अवैध आव्रजन पर लगाम लगाने में नाकाम रहने का आरोप है।

London Protest: एलन मस्क ने भी दिया समर्थन
रॉबिन्सन का असली नाम स्टीफन याक्सली-लेनन है। उन्होंने राष्ट्रवादी और एंटी-इस्लाम इंग्लिश डिफेंस लीग की स्थापना की। उन्हें ब्रिटेन के सबसे प्रभावशाली दक्षिणपंथी नेताओं में से एक माना जाता है। इस आयोजन को कई दक्षिणपंथी हस्तियों का समर्थन मिला और अरबपति एलन मस्क ने वीडियो संदेश के माध्यम से सभा को संबोधित किया। उन्होंने ब्रिटेन में राजनीतिक परिवर्तन की अपील की और दावा किया कि नागरिक 'अपनी स्वतंत्र अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल करने से डरते हैं।'
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