लंबे समय तक बनी रहने वाली सूजन बन सकती है गंभीर बीमारियों की वजह, जानें लक्षण और बचाव के उपाय
Chronic Inflammation : शरीर में लंबे समय तक बनी रहने वाली सूजन, जिसे मेडिकल भाषा में क्रोनिक इंफ्लेमेशन कहा जाता है, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि सूजन समय के साथ ठीक न हो और शरीर के भीतर लगातार बनी रहे, तो यह धीरे-धीरे कई अंगों और टिश्यूज़ को नुकसान पहुंचा सकती है।
सूजन की प्राकृतिक प्रक्रिया
जब शरीर किसी संक्रमण, चोट या हानिकारक तत्वों से लड़ता है, तो प्रतिरक्षा तंत्र (इम्यून सिस्टम) एक प्राकृतिक प्रक्रिया के तहत सूजन उत्पन्न करता है। यह आमतौर पर कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाती है। लेकिन जब यह प्रतिक्रिया लंबे समय तक बनी रहती है और शरीर किसी अंदरूनी खतरे को पहचान नहीं पाता, तो यही स्थिति क्रोनिक इंफ्लेमेशन बन जाती है।
कारण क्या हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, क्रोनिक इंफ्लेमेशन के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- खराब जीवनशैली
- अत्यधिक मानसिक तनाव
- मोटापा
- धूम्रपान
- नींद की कमी
- प्रोसेस्ड और जंक फूड का अधिक सेवन
ये सभी कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देते हैं और उसे स्वस्थ कोशिकाओं (healthy cells) पर भी हमला करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
“क्रोनिक इंफ्लेमेशन के लक्षण अक्सर धीरे-धीरे सामने आते हैं और इन्हें सामान्य समझकर नजरअंदाज कर दिया जाता है। लेकिन जब ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो सतर्क हो जाना जरूरी है।”
ये लक्षण हो सकते हैं चेतावनी संकेत:
- लगातार थकान और एनर्जी की कमी
- बार-बार सर्दी-जुकाम या खांसी होना
- शरीर के किसी हिस्से में हल्की लेकिन लगातार बनी रहने वाली सूजन या दर्द
- त्वचा पर चकत्ते या मुंह में बार-बार छाले
- आंखों में जलन
- जोड़ों में अकड़न या हल्का दर्द
- अपच या पेट की समस्याएं
- मूड स्विंग्स, डिप्रेशन और नींद की कमी
- बालों का झड़ना, वजन का असामान्य बढ़ना या घटना
- बार-बार एलर्जी होना
अगर ये लक्षण हफ्तों या महीनों तक बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
कैसे करें क्रोनिक इंफ्लेमेशन से बचाव?
- संतुलित और ताजा भोजन लें, जंक फूड और प्रोसेस्ड आइटम से बचें
- पर्याप्त नींद लें (7–8 घंटे प्रतिदिन)
- योग, ध्यान और गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज करें ताकि तनाव कम हो
- रोजाना हल्की शारीरिक गतिविधि करें जैसे वॉकिंग या स्ट्रेचिंग
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
- शरीर में किसी भी तरह की पुरानी सूजन को नजरअंदाज न करें
- हर साल नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं