अहमदाबाद से निकलेगी भगवान जगन्नाथ की 148वीं रथ यात्रा, व्यापक इंतजाम किए गए
14 किलोमीटर होगी जगन्नाथ की रथ यात्रा
अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर से 27 जून को भगवान जगन्नाथ की 148वीं रथ यात्रा शुरू होगी। नगर निगम ने यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं, जैसे सड़कों की मरम्मत और स्वास्थ्य सेवाएं। यह यात्रा धार्मिक आस्था के साथ सामाजिक एकता का संदेश देती है।
अहमदाबाद के जमालपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर से 27 जून को भगवान जगन्नाथ की 148वीं पारंपरिक रथ यात्रा शुरू होगी। 14 किलोमीटर लंबे इस रथ यात्रा मार्ग का निरीक्षण अहमदाबाद की मेयर प्रतिभा बेन जैन, नगर निगम के अधिकारियों, विभिन्न समितियों के अध्यक्षों, मध्य क्षेत्र के उप नगर आयुक्त और ट्रस्टियों ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान मार्ग की तैयारियों और व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। मेयर प्रतिभा बेन जैन ने बताया कि रथ यात्रा के लिए मार्ग को पूरी तरह तैयार किया जा रहा है। रथ यात्रा के मार्ग को सुगम बनाने के लिए अहमदाबाद नगर निगम ने व्यापक इंतजाम किए हैं। सड़कों की मरम्मत, बड़े पेड़ों की छटाई, जलापूर्ति, हैलोजन लाइट्स, स्वास्थ्य सेवाएं और अग्निशमन व्यवस्था जैसे कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। लगभग 500 जर्जर मकानों में से 200 को हटा दिया गया है, ताकि यात्रा के दौरान किसी को असुविधा न हो। जहां भी कमियां दिखीं, उन्हें तुरंत सुधारने के निर्देश दिए गए हैं। सभी नगरवासियों से रथ यात्रा में शामिल होकर भगवान जगन्नाथ, उनकी बहन सुभद्रा और भाई बलराम के दर्शन कर आशीर्वाद लेने की मैं अपील करती हूं।
Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ रथ यात्रा का महत्व और पौराणिक कथा
जगन्नाथ मंदिर के ट्रस्टी मोहन झा ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की 148वीं रथ यात्रा 27 जून को अहमदाबाद शहर के इसी प्रांगण से शुरू होगी। यह रथ यात्रा मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि भक्ति का एक अनुपम रूप है। जब भगवान अपने भक्तों का हालचाल जानने मंदिर से बाहर निकलते हैं, तो भक्तों के सारे दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। रथ यात्रा शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और हजारों भक्त इसमें शामिल होंगे।
यह रथ यात्रा अहमदाबाद की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का अभिन्न हिस्सा है। हर साल की तरह इस बार भी शहरवासी उत्साह के साथ इस पर्व की तैयारी में जुटे हैं। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का भी संदेश देती है। नगर निगम और मंदिर ट्रस्ट ने मिलकर यह सुनिश्चित किया है कि यात्रा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो।