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Love For Humanity: Republic of Ethiopia Embassy में एक शाम मानवता के नाम

05:04 PM Feb 15, 2024 IST | Ritika Jangid
love for humanity  republic of ethiopia embassy में एक शाम मानवता के नाम

14 फरवरी प्यार का दिन होता है, लेकिन आज के समय में इसकी परिभाषा काफी बदल चुकी है। लोग सिर्फ खुद के बारे में सोचते हैं, मानवता ने मानों दम तोड़ दिया हो। इस स्वार्थ भरी दुनिया में आज भी ऐसे कई लोग हैं जो इंसानियत के बारे में सोचते हैं और समाज को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं।
इथियोपिया दूतावास

मानवता के लिए योगदान

14 फरवरी को इथियोपिया दूतावास में वेलेंटाइन के दिन लव फॉर ह्यूमैनिटी, वॉक फॉर ह्यूमैनिटी कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहीं, इवेंट में उन समजासेवियों को एंबेसडर ऑफ लव फॉर ह्यूमैनिटी अवार्ड दिया गया, जिन्होंने मानवता के प्रति योगदान दिया है।

बता दें, एंबेसडर ऑफ लव फॉर ह्यूमैनिटी अवार्ड, डॉ. संजना जॉन, इथोपिया के अंबेसडर H.E Demeke Atnafu, पंजाब केसरी की डायरेक्टर किरण शर्मा चोपड़ा, सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट ए.पी सिंह, कोमोरोस रिपब्लिक यूनियन के कौंसुल जनरल के.एल गंजू, साउथ दिल्ली ऑडी मैनिजिंग डायरेक्टर राघव चंद्रा आदि समाजसेवियों को दिया गया।

दिखा इंटरनेशल फैशन का तड़का

इसके अलावा लव फॉर ह्यूमेनिटी में ना केवल मानवता बल्कि इंटरनेशल फैशन का भी तड़का देखने के लिए मिला। जहां मॉडल्स ने इथोपिया कल्चर, ट्रेडिशनल फैशन की झलक सबके सामने पेश की गई।

ह्यूमेनिटी की परिभाषा

वहीं, इथोपिया के अंबेसडर H.E Demeke Atnafu ने लव फॉर ह्यूमेनिटी को लेकर अपनी परिभाषा दी है, उन्होंने प्यार, मानवता को रिस्पेक्ट, केयर, फॉरगिवनेस के साथ जोड़ा है, साथ ही कहा कि ह्यूमैनिटी थीम को होस्ट करने में वह काफी खुश है।

युद्ध रोक सकता है प्यार व इंसानियत

इसके अलावा क्या दुनिया में चल रहे युद्ध को प्यार व इंसानियत रोक सकती है सवाल पर कोमोरोस रिपब्लिक यूनियन के कौंसुल जनरल के.एल गंजू ने कहा कि प्यार और इंसानियत से कोई भी युद्ध को रोका जा सकता है। अगर लोग एक साथ बैठकर बात करे तो दुनिया में शांति की स्थापना होगी। लेकिन जरूरी है कि इसके लिए दोनों एक साथ बात करें।

बुजुर्गों की मदद करना

वहीं, बुजुर्गों एवं बेसहारा लोगों के जीवन को बदलने में उत्कृष्ट योगदान देने वाली किरण चोपड़ा जी ने वृद्धों को सीनियर सिटिजन न कहकर बल्कि एक्सपीरियंस सिटीजन कहा है। जो युवा अपने बुजुर्ग माता-पिता का साथ छोड़ देते हैं उनपर किरण चोपड़ा जी ने कहा कि आज वह जहां है, कल उनके माता-पिता खड़े थे, आज जहां उनके माता-पिता खड़े है वह भी वहां जाएंगे। आगे उन्होंने कहा, जो बोओगे वो काटोगे। आज अगर आप सेवा करोंगे तो कल आपके बच्चे भी आपकी सेवा करेंगे।

इंसानियत के लिए प्यार करना जरूरी

वहीं, इंटरनेशनल फैशन डिजाइन डॉ. संजना जॉन ने कहा कि वेलेंटाइन का मतलब सिर्फ औरत या आदमी से प्यार करना नहीं बल्कि इंसानियत के लिए प्यार करता है। प्यार के साथ इंसानियत को जोड़ना है। सभी को साथ लेकर चलना है।

माता-पिता को प्यार करना मानवता

राम लला घर आ गए के गायक डीजे शेज़वुड ने भी प्यार को लेकर अपनी नई परिभाषा देते हुए कहा कि प्यार ह्यूमेनिटी से पैदा होता है, आप अपने भाई, बहन, माता-पिता को प्यार करें यही मानवता है

कहा जाता है, जब किसी की मदद करने का मौका मिले तो पीछे नहीं हटना चाहिए, भगवान ने हमें अगर धरती पर भेजा है तो किसी न किसी मकसद के साथ भेजा है, ऐसी ही एक मानवता की शाम थी लव फॉर ह्यूमेनिटी, वॉक फॉर ह्मूमेनिटी कार्यक्रम। जिन लोगों ने अपने से ज्यादा दूसरों का ख्याल रखा है, मदद के लिए हमेशा आगे रहे हैं और समाज में जगरूकता फैलाने का संदेश दे रहे है, यह शाम थी उन समाजसेवियों के लिए।

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Ritika Jangid

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