Madhuri Elephant Return: जैन मठ लौटेगी माधुरी! CM Fadnavis और वनतारा के अधिकारियों के बीच हुई चर्चा
Madhuri Elephant Return: जैन मठ की 37 वर्ष हथिनी माधुरी को कोल्हापुर के एक मठ से जामनगर के वनतारा अभयारण्य में शिफ्ट कर दिया गया है। यह स्थानांतरण वर्षों से दर्ज कल्याणकारी उल्लंघनों और बार-बार कानूनी चुनौतियों के बाद किया गया है। इसी बीच महाराष्ट्र के CM Fadnavis ने कहा कि वनतारा ने हथिनी माधुरी को नंदनी मठ में वापस करने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा दायर याचिका का हिस्सा बनने का फैसला किया है।
Madhuri Elephant Return: वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा
आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में वनतारा प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की। इस दौरान आश्वासन दिया कि वनतारा ने उस याचिका में भाग लेने का फैसला किया है जिसे महाराष्ट्र सरकार ने हथिनी माधुरी को नंदनी मठ में सुरक्षित वापस लाने के लिए संकल्प लिया है। साथ ही बताया कि वनतारा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया है और महादेवी हाथी को अपने कब्जे में लेने का उनका कोई इरादा नहीं है।
हथिनी माधुरी के साथ गहरा लगाव
वनतारा जैन मठ और कोल्हापुर के लोगों के लिए माधुरी हथिनी के गहरे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व जुडे हुए हैं। बता दें कि माधुरी दशकों से गहरी आध्यात्मिक प्रथाओं और सामुदायिक जीवन का एक अभिन्न अंग रही हैं। वनतारा ने कहा कि हम सभी लोगों, जैन मठ के नेतृत्व और समुदाय की भावनाओं को समझते हैं और उनका सम्मान करते हैं, जिन्होंने कोल्हापुर में माधुरी की उपस्थिति के प्रति अपनी चिंता और लगाव व्यक्त किया है।
वनतारा का बयान
माधुरी हथिनी को वनतारा शिफ्ट करने पर वनतारा अभयारण्य ने बताया कि इस मामले में वनतारा की भागीदारी सर्वोच्च न्यायालय और बॉम्बे उच्च न्यायालय द्वारा जारी आदेशों के अनुसार है। माधुरी को शिफ्ट करने का निर्णय कानूनी आधार के तहत लिया गया था और वनतारा की भूमिका पुनर्वास केंद्र के रूप में देखभाल, पशु चिकित्सा सहायता और आवास प्रदान करना है। साथ ही वनतारा ने माधुरी को शिफ्ट करने की सिफारिश नहीं की, न ही धार्मिक प्रथा या भावना में हस्तक्षेप करने का कोई इरादा था। वनतारा जैन मठ और महाराष्ट्र सरकार द्वारा न्यायालय में माधुरी की कोल्हापुर वापसी के दायर किसी भी आवेदन का पूर्ण समर्थन करेगा। न्यायालय के आदेश के बाद, वनतारा माधुरी की सुरक्षित और सम्मानजनक वापसी के लिए पूर्ण तकनीकी और पशु चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा।
पुनर्वास केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव
वनतारा ने बताया कि माधुरी के लिए एक पुनर्वास केंद्र स्थापित करने के लिए जैन मठ और राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव रखा है। यह प्रस्ताव समिति के विशेषज्ञों के सलाह और मठ की सहमति के बाद, पशु कल्याण दिशानिर्देशों के अनुसार विकसित किया जाएगा, साथ ही हाथियों की देखभाल में अंतर्राष्ट्रीय सुविधाओं के अनुरूप भी विकसित किया जाएगा।
प्रस्तावित केंद्र में शामिल होंगे:
- जोड़ों और मांसपेशियों को आराम देने के लिए विशेष हाइड्रोथेरेपी तालाब
- प्राकृतिक गतिविधियों के लिए दूसरा बड़ा तालाब
- लेजर थेरेपी और उपचार के कक्ष
- आराम और सुरक्षा के लिए ढका हुआ रैन बसेरा
- बिना किसी जंजीर और बेरोकटोक आवाजाही के लिए हरा-भरा खुला स्थान
- पर्यावरण संवर्धन और प्राकृतिक व्यवहार के लिए रेत का गड्ढा
- 24 घंटे और 7 दिन चिकित्सा देखभाल के लिए पूरी तरह से ऑन-साइट पशु चिकित्सालय
- सुरक्षित और आरामदायक के लिए रबरयुक्त फर्श वाला प्लेटफ़ॉर्म और ढलानदार आराम की स्थिति को सहारा देने के लिए नरम रेत के टीले
वनतारा ने जताया खेद
वनतारा ने बयान जारी करते हुए बताया कि हमारी भागीदारी, पूरी तरह से न्यायालय के निर्देशों के तहत किए जाने के बाद भी, जैन समुदाय या कोल्हापुर के लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी पहुँचाती है, तो हम खेद व्यक्त करते हैं। साथ ही जाने-अनजाने में कोई ठेस पहुँची हो, तो उसके लिए क्षमा चाहते हैं। हमारे प्रयास वैध आचरण, पारदर्शिता और हमारी देखभाल में सौंपे गए पशुओं की भलाई को प्राथमिकता देते रहेंगे। साथ ही संदेश देते हुए कहा कि हम विरोध में नहीं, बल्कि एकता में आगे बढ़ें, और माधुरी के प्रति प्रेम को अपने हृदय में रखें।
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