मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम ने सीधी जिला के अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला शुक्रवार को अल्प प्रवास पर सीधी पहुंचे, जहां उन्होंने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उनके साथ जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने करीब एक घंटे से अधिक समय तक बंद कमरे में डॉक्टरों से विस्तृत चर्चा की और अस्पताल की व्यवस्थाओं पर गहन समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान राजेंद्र शुक्ला ने वार्ड, इमरजेंसी कक्ष, लेबर रूम, ओपीडी और डॉक्टर कक्षा का भी निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों से इलाज और दवाओं की उपलब्धता को लेकर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने साफ कहा कि अस्पताल की सफलता सिर्फ डॉक्टरों पर नहीं, बल्कि पूरे स्टाफ की टीमवर्क पर निर्भर करती है।
आउटसोर्स कर्मियों की सराहना की
उन्होंने कहा, “जितना जरूरी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ है, उतना ही अहम योगदान आउटसोर्स कर्मियों का भी है। सच्चाई यह है कि जिला अस्पताल उनके बिना नहीं चल सकता।” उपमुख्यमंत्री ने साफ संकेत दिए कि सरकार आउटसोर्स कर्मियों को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण रखती है और उनके मानदेय व स्थायित्व को लेकर ठोस कदम उठाएगी। शुक्ला ने बताया कि सरकार जिले में एनेस्थीसिया डॉक्टर की कमी को दूर करने के लिए गंभीरता से प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द सीधी सहित आसपास के क्षेत्रों में आवश्यक विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति होगी।
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण इलाकों में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना है। इसके लिए नए स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना, डॉक्टरों की पोस्टिंग और टेलीमेडिसिन जैसी तकनीकों पर काम चल रहा है। निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि “स्वस्थ प्रदेश के निर्माण में जिला अस्पतालों की भूमिका सबसे अहम है और इस दिशा में सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।”