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Madhya Pradesh: PM मोदी 25 सितंबर को मप्र में BJP कार्यकर्ता सम्मेलन को करेंगे संबोधित

04:54 PM Sep 21, 2023 IST | NAMITA DIXIT

Madhya Pradesh: भारतीय जनता पार्टी द्वारा इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव से पहले जनता तक पहुंचने के लिए आयोजित की जा रही पांच ‘‘जन आशीर्वाद यात्राओं’’ के औपचारिक समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 सितंबर को भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे।
राज्य में सत्ता बरकरार रखने की भाजपा की कोशिश- BJP
आपको बता दें पार्टी के एक नेता ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले 45 दिनों में मोदी की प्रदेश की यह तीसरी यात्रा होगी जो उनकी लोकप्रियता का लाभ उठाकर राज्य में सत्ता बरकरार रखने की भाजपा की कोशिश है।प्रदेश भाजपा मीडिया सेल के प्रभारी आशीष अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मोदी जी 25 सितंबर को दीनदयाल उपाध्याय (भारतीय जनसंघ के सह-संस्थापक) की जयंती पर भोपाल के जंबूरी मैदान में 'कार्यकर्ता महाकुंभ' को संबोधित करने जा रहे हैं।
चित्रकूट से पहली यात्रा को हरी झंडी दिखाई
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का अंतिम कार्यक्रम अभी तक नहीं आया है।पार्टी के सूत्रों ने कहा कि भाजपा ने मोदी के संबोधन के लिए 10 लाख लोगों को इकट्ठा करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि विशाल आयोजन के जरिए वह चुनाव से पहले अपनी ताकत दिखाना चाहती है।भाजपा ने इस महीने की शुरुआत में पांच जन संपर्क यात्रा शुरू की, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तीन सितंबर को सतना के चित्रकूट से पहली यात्रा को हरी झंडी दिखाई।पार्टी नेताओं ने कहा कि ये यात्रायें 25 सितंबर को भोपाल में एक विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन में समाप्त होने से पहले राज्य के 230 विधानसभा क्षेत्रों में से 210 में 10,500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेंगी।
कांग्रेस विधायकों का एक समूह भाजपा में शामिल
दरअसल, मप्र विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा अबकी बार 150 पार का नारा लेकर आई है।नवंबर 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने राज्य की 230 सीटों में से 114 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही।कांग्रेस ने निर्दलीय, बसपा और सपा के समर्थन से कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई।हालांकि, यह 15 महीनों के बाद ढह गई और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों का एक समूह भाजपा में शामिल हो गया, जिससे मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान की वापसी का मार्ग प्रशस्त हुआ।

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