Mahakumbh 2025: यूपी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था में नए बदलाव
महाकुंभ की तैयारियों में यूपी पुलिस का सख्त सुरक्षा प्रबंध
उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को जनवरी 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ से पहले सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की। एडीजी (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने बताया कि धार्मिक आयोजन की सुरक्षा पर एडीजी कार्यालय द्वारा सख्त निगरानी रखी जा रही है। यश ने कहा, ‘आज मैं पूरी टीम के साथ व्यवस्थाओं की समीक्षा करने आया हूं।’
साइबर सुरक्षा सहित समग्र सुरक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों का एडीजी कार्यालय द्वारा मूल्यांकन किया जा रहा है। जिन कार्यों को पूरा करना आवश्यक है, उन्हें प्राथमिकता देने के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की गई है। व्यवस्थाएं काफी संतोषजनक हैं। एडीजी ने बताया कि आयोजन स्थल पर फेस रिकग्निशन तकनीक वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
उन्होंने यह भी पुष्टि की कि ‘मेले’ के लिए पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा, “फेस रिकग्निशन और अन्य उन्नत सुविधाओं वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। रोशनी की पूरी व्यवस्था की गई है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए लगातार अभ्यास किया जा रहा है।” सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों तथा विभिन्न विभागों के बीच समन्वय के साथ महाकुंभ की तैयारियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियों की समीक्षा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने चल रहे व्यापक प्रयासों पर जोर देते हुए कहा, “इस भव्य आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए हर संस्था सक्रिय रूप से लगी हुई है।” मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को न केवल एक धार्मिक उत्सव बताया, बल्कि प्रयागराज के लिए अपने उत्कृष्ट आतिथ्य को प्रदर्शित करने का एक असाधारण अवसर भी बताया। उन्होंने प्रयागराज के लोगों से इस आयोजन को सफल बनाने और शहर की वैश्विक प्रतिष्ठा को बढ़ाने में सहयोग करने का आग्रह किया।
सीएम योगी ने बताया कि स्मारकीय ‘सनातन गौरव महाकुंभ’ की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। उन्होंने कहा, ‘अब तक 20,000 से अधिक संतों और संस्थाओं को व्यापक पंजीकरण प्रक्रिया के माध्यम से भूमि आवंटित की जा चुकी है। इसमें सभी 13 अखाड़ों, दंडीवाड़ा, आचार्यवाड़ा, प्रयागवाल सभा, खाक चौक और अन्य को आवंटन शामिल है। शेष और नई पंजीकृत संस्थाओं के लिए आवंटन प्रक्रिया 5 जनवरी तक पूरी करने के प्रयास जारी हैं।’ महाकुंभ 10 जनवरी से 24 फरवरी तक चलेगा। मुख्य स्नान पर्व, जिन्हें ‘शाही स्नान’ के रूप में जाना जाता है, 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को आयोजित किए जाएंगे।
(Agency)