Maharashtra Political Crisis : फडणवीस का दावा , शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार अल्पमत में, मुख्यमंत्री जल्द से जल्द साबित करें बहुमत
शिवसेना के नेता एवं मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत से महाराष्ट्र में उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में एक सप्ताह तक इंतजार करने के बाद भारतीय जनता पार्टी मंगलवार को हरकत में आई और पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस ने रात में राजभवन में राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की।
12:55 AM Jun 29, 2022 IST | Shera Rajput
शिवसेना के नेता एवं मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत से महाराष्ट्र में उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में एक सप्ताह तक इंतजार करने के बाद भारतीय जनता पार्टी मंगलवार को हरकत में आई और पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस ने रात में राजभवन में राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की।
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फडणवीस ने कोश्यारी से अनुरोध किया कि वह उद्धव ठाकरे सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहें।
फडणवीस ने दावा किया कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार अल्पमत में प्रतीत हो रही है क्योंकि शिंदे गुट के 39 शिवसेना विधायकों ने कहा है कि वे सरकार का समर्थन नहीं करते हैं।
उच्चतम न्यायालय के विभिन्न फैसलों का हवाला देते हुए फडणवीस ने राज्यपाल को सौंपे गए पत्र में कहा कि संसदीय लोकतंत्र में सदन में बहुमत ‘‘सर्वोच्च’’ है और सरकार के अस्तित्व के लिए आवश्यक है। उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वह मुख्यमंत्री को जल्द से जल्द बहुमत साबित करने के लिए कहें।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने राज्यपाल को एक पत्र सौंपा, जिसमें उनसे सरकार से सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहने का अनुरोध किया गया है।’’
फडणवीस ने रात करीब 10 बजे कोश्यारी से मुलाकात करने से पहले दिन में दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी।
सूत्रों के मुताबिक, फडणवीस के यहां राजभवन पहुंचने से पहले आठ निर्दलीय विधायकों ने गुवाहाटी से ईमेल भेजकर यह दावा करते हुए सदन में जल्द से जल्द बहुमत साबित किए जाने की मांग की कि ठाकरे सरकार बहुमत खो चुकी है। ये निर्दलीय विधायक पहले शिवसेना से जुड़े थे। शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायक भी गुवाहाटी के होटल में रुके हुए हैं।
राजभवन में फडणवीस के साथ महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और पार्टी नेता सुधीर मुगंटीवार, प्रवीण दारेकर, गिरीश महाजन और आशीष शेलार भी थे।
राज्यपाल को सौंपे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि शिवसेना और भाजपा ने गठबंधन में 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव परिणामों के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई।
इसमें दावा किया गया कि शिवसेना के 39 विधायक कांग्रेस और राकांपा के साथ पार्टी का गठबंधन खत्म करने के पक्ष में हैं, इसलिए मुख्यमंत्री ठाकरे ने विधानसभा में बहुमत खो दिया है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि शिवसेना के बागी विधायकों को धमकी दी जा रही है। इसमें शिवसेना सांसद संजय राउत और अन्य के बयानों का जिक्र किया गया है। इसमें धमकियों का सबूत संलग्न करने का उल्लेख किया गया है।
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