
महाराष्ट्र (Maharashtra) में जारी सियासी उठापटक और जोड़तोड़ के बीच बहुत ही महत्वपूर्ण माने जा रहे बृहन्मुंबई नगर निगम (Brihanmumbai Municipal Corporation) चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, शिवसेना (Shiv Sena) के 66 पार्षद एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) खेमे में शामिल हो गए हैं, जो पार्टी के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की विरासत और पार्टी के चिन्ह के असली हकदार बता रहे हैं। बता दें कि देश के सबसे अमीर नगर निगम में से एक बीएमसी में चुनाव जल्द ही होने वाला है और इसके लिए अंतिम तारीखों की घोषणा अब कभी भी की जा सकती है।
BMC चुनावों से पहले महाराष्ट्र में बदले सियासी समीकरण
वहीं बीएमसी चुनावों से पहले बहुत कुछ बदल गया है, कई सियासी समीकरण बने और बिगड़े हैं। अब महाराष्ट्र का नेतृत्व नवनियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कर रहे हैं, जिन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को 10 दिनों के सत्ता संघर्ष में उलट दिया। इस घटनाक्रम में 42 शिवसेना के बागी विधायकों ने उनका समर्थन भी किया। उपमुख्यमंत्री कार्यालय की चाबी भी पूर्व सीएम और भाजपा प्रमुख देवेंद्र फडणवीस के पास पहुंच गई है।
महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में लगातार गर्म है अटकलों का बाजार
महाराष्ट्र राजनीतिक संकट से पहले, भाजपा ने राज्य में शिवसेना के खिलाफ राज्यसभा चुनाव में जीत के साथ कहा था कि उच्च सदन में जीत सिर्फ शुरुआत है, बीएमसी चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि पार्टी विधानसभा और अन्य चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।
इस बीच, उद्धव ठाकरे के करीबी मिलिंद नार्वेकर ने गुरुवार को ट्वीट कर वीरेंद्र हेगड़े को भाजपा सरकार द्वारा राज्यसभा के लिए उनकी नियुक्ति के लिए बधाई दी, जिससे राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गईं। नार्वेकर ने अपने ट्वीट में लिखा “डॉ वीरेंद्र हेगड़े जी को राज्यसभा सदस्य के रूप में आपकी नियुक्ति पर हार्दिक बधाई। आपके सफल कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं देते हुए।"