Mahavatar Narsimha Film Review: विष्णु के नरसिंह अवतार की कहानी कर देगी आपको भी इमोशनल
04:29 PM Jul 27, 2025 IST | Arpita Singh
Mahavatar Narsimha Film Review: पौराणिक कथाओं की दुनिया में डूबने का मौका लेकर आई है फिल्म Mahavatar Narsimha, जो भगवान विष्णु के दस अवतारों में से चौथे अवतार — नरसिंह — की गाथा को बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत करती है। होम्बले फिल्म्स द्वारा बनाई गई यह एनिमेटेड फिल्म ना केवल एक धार्मिक कथा है, बल्कि नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और उसकी गहराई से भी जोड़ती है।
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क्या है Mahavatar Narsimha Story?
यह कहानी राक्षस हिरण्यकशिपु और उसके भक्त पुत्र प्रह्लाद की है। हिरण्यकशिपु को ब्रह्मा जी से ऐसा वरदान मिलता है कि वह किसी मनुष्य या पशु, दिन या रात, घर के भीतर या बाहर, न किसी हथियार से मारा जा सके। इस वरदान के चलते वह अहंकार में डूब जाता है और खुद को भगवान घोषित कर देता है। लेकिन उसका बेटा प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त होता है।
प्रह्लाद की आस्था को मिटाने के लिए हिरण्यकशिपु कई बार उसकी हत्या की कोशिश करता है, लेकिन हर बार भगवान विष्णु उसकी रक्षा करते हैं। अंततः हिरण्यकशिपु को मारने के लिए भगवान विष्णु नरसिंह अवतार लेते हैं — आधे सिंह और आधे मानव के रूप में — और उसे उस स्थिति में मारते हैं, जो किसी भी श्रेणी में नहीं आती।
Mahavatar Narsimha Film Review
फिल्म का निर्देशन अश्विन कुमार ने किया है और पटकथा जयपूर्णा दास द्वारा लिखी गई है। फिल्म की शुरुआत हिरण्यकशिपु और उसके भाई के जन्म से होती है और फिर उसकी तपस्या, शक्ति प्राप्ति, अत्याचार और अंत में प्रह्लाद के साथ उसका संघर्ष दिखाया गया है।
कहानी को बहुत संतुलित ढंग से बताया गया है। कहीं भी कहानी रुकती नहीं है, और दर्शक हर दृश्य में जुड़ाव महसूस करता है। खास बात है फिल्म का क्लाइमैक्स, जब नरसिंह भगवान का प्रकट होना दिखाया जाता है। यह दृश्य अत्यंत शक्तिशाली और भावनात्मक है।
एनिमेशन और तकनीकी पक्ष
Mahavatar Narsimha एक एनिमेटेड फिल्म है और भारतीय एनिमेशन की दुनिया में यह फिल्म एक नया स्तर स्थापित करती है। फिल्म में इस्तेमाल हुआ ग्राफिक्स और वीएफएक्स काफी प्रभावशाली है। नरसिंह अवतार के प्रकट होने का दृश्य, हिरण्यकशिपु के अंत का पल और भगवान विष्णु की आभा को जिस अंदाज में दिखाया गया है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है।
बैकग्राउंड स्कोर भी कहानी के साथ पूरी तरह मेल खाता है। फिल्म का संगीत और डबिंग, खासकर प्रह्लाद की आवाज में मासूमियत और श्रद्धा को बखूबी उतारा गया है। हिरण्यकशिपु की आवाज में क्रूरता और दंभ का प्रदर्शन भी प्रभावशाली है।
क्या है Mahavatar Narsimha खास?
•फिल्म में धार्मिक कहानी के साथ इमोशन, ड्रामा, प्रेरणा और एक्शन का भी सही संतुलन है।
•यह फिल्म केवल बच्चों के लिए नहीं, बल्कि हर उम्र के दर्शकों के लिए बनी है।
•इसका सबसे बड़ा संदेश है — बुराई चाहे कितनी भी ताकतवर हो, अच्छाई और भक्ति की जीत हमेशा होती है।
Mahavatar Narsimha Fans Reaction
25 जुलाई को रिलीज हुई इस फिल्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर दर्शकों से काफी सराहना मिल रही है। एक यूजर ने लिखा, “इतनी अद्भुत फिल्म मैंने पहले कभी नहीं देखी। इस फिल्म को सिनेमाघरों में ही देखना चाहिए।” वहीं एक अन्य ने कहा, “फिल्म का संगीत, विजुअल्स और भावनात्मक गहराई बेहतरीन है। ये ब्लॉकबस्टर है।”
अगली कड़ी की झलक
फिल्म के अंत में बताया गया है कि होम्बले फिल्म्स विष्णु भगवान के दस अवतारों पर आधारित पूरी महावतार सीरीज बना रही है। अगली फिल्म ‘महावतार परशुराम’ होगी, जो साल 2027 में रिलीज की जाएगी। इससे यह स्पष्ट है कि यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का एक चलायमान महाप्रोजेक्ट है।
‘महावतार नरसिम्हा’ एक भावनात्मक, भव्य और आध्यात्मिक अनुभव है। फिल्म में पौराणिक कथाओं को आधुनिक तकनीक के साथ प्रस्तुत किया गया है। अगर आप अपनी संस्कृति को एक नई दृष्टि से देखना चाहते हैं या अपने बच्चों को भारतीय विरासत से परिचित कराना चाहते हैं, तो यह फिल्म जरूर देखें।
Mahavatar Narsimha Rating: 4.5/5
(सीमित बजट के बावजूद फिल्म अपनी भावनात्मक ताकत और कहानी के दम पर दिल जीत लेती है)
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