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Malaysia Open badminton: भारतीय Duo सात्विक-चिराग ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह

भारतीय जोड़ी ने मलेशियाई दिग्गजों को हराकर क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह

12:34 PM Jan 10, 2025 IST | Darshna Khudania

भारतीय जोड़ी ने मलेशियाई दिग्गजों को हराकर क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह

malaysia open badminton  भारतीय duo सात्विक चिराग ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह

Malaysia Open 2025: भारत के बेहतरीन बैडमिंटन खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी मलेशिया ओपन में साल के पहले सुपर 1000 के क्वार्टर फाइनल में डबल ड्रा में एकमात्र वरीयता वाले खिलाड़ी बने हुए है | उन्होंने बिना किसी परेशानी के मलेशियाई दिग्गजों नूर मोहम्मद अज़्रियन अयूब अज़्रियन और टैन वी कियोंग के खिलाफ 21-15, 21-15 से जीत हासिल की | भारतीय खिलाड़ियों ने प्रत्येक गेम के चौथे अंक के बाद अपने प्रतिद्वंदियों को एक बार भी बढ़त नहीं दी | 

शुक्रवार को सात्विकसाईराज और चिराग को क्वार्टर फाइनल में ओंग यू सिन और टू ई यी का सामना करना है | भारतीय खिलाड़ियों को जोड़ी ने ओलंपिक से पहले नियमित रूप से कई खिताब जीते थे | शुक्रवार को होने वाला मुकाबला काफी दिलचस्प होगा | 

लेकिन अगर उनका सेमीफाइनल मुकाबला कोरियन जोड़ी सियो सेउंग जे और किम वोन हो के खिलाफ होता है, तो उन्हें थोड़ा सावधान रहना होगा | नवंबर में हुए  चाइना मास्टर्स सुपर 750 के फाइनल में उनका सामना सियो से हुआ था जिसके कारण टाइटल भारत ना आ सका | हालांकि अब दोनों खिलाड़ियों का कहना है की वो रोमांच के लिए तैयार है | 

 जीत के बाद एक इंटरव्यू के दौरान सात्विक ने कहा,

“ओलंपिक के बाद हम टूर पर खेलने से चूक गए थे। लेकिन हम तरोताजा हैं | फिर से खेलना अच्छा है। नए कोच के साथ फिर से शुरुआत की। तो सब कुछ नया है। सभी खुश हैं। कोई दबाव नहीं है। हम बस अपना खेल खेल रहे हैं। हम ज़्यादा से ज़्यादा मैच खेलना चाहते थे। कोई दबाव नहीं है, हम बस अपना मज़ा लेना चाहते हैं।”

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जब सात्विक से पूछा गया की दौरे से दूर रहने के दौरान उन्हें सबसे ज्यादा क्या याद आया तो उन्होंने कहा, “यात्रा करना।हमें लगता है कि यह बहुत व्यस्तता भरा है, लेकिन अचानक बहुत सारा खाली समय मिल गया। करने के लिए कुछ नहीं था। हम सिर्फ़ भारतीय बिस्किट और केक खाते थे। हम दूसरे देशों का खाना भी खाना चाहते हैं। हमें यात्रा करने की आदत है। ब्रेक मानसिक रूप से तरोताज़ा करने वाला था। लेकिन यह ब्रेक ज़रूरी भी था।

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Darshna Khudania

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