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बिजली विभाग के ऑफिस में यह शख्स 11 लाख के सिक्के लेकर बिल जमा कराने पहुंचा, जानें फिर क्या हुआ

एक शख्स बिजली विभाग के दफ्तर में 11 लाख रूपए के सिक्के लेकर पहुंचा। जिसे देखकर पूरा दफ्तर ही दंग रह गया। दरअसल यह शख्स बिजली का बिल जमा कराने पहुंचा था।

10:01 AM Nov 05, 2019 IST | Desk Team

एक शख्स बिजली विभाग के दफ्तर में 11 लाख रूपए के सिक्के लेकर पहुंचा। जिसे देखकर पूरा दफ्तर ही दंग रह गया। दरअसल यह शख्स बिजली का बिल जमा कराने पहुंचा था।

एक शख्स बिजली विभाग के दफ्तर में 11 लाख रूपए के सिक्के लेकर पहुंचा। जिसे देखकर पूरा दफ्तर ही दंग रह गया। दरअसल यह शख्स बिजली का बिल जमा कराने पहुंचा था। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने जब 11 लाख के सिक्‍के देखे तो उन्होंने उस शख्स से साफ कह दिया कि वह उसका बिल जमा नहीं करेंगे। इसके साथ ही इसे आरबीआई के निर्देशों का उल्लंघन बताते हुए बिजली विभाग के मैनेजर ने नोटित तक शख्स को देने के लिए कह दिया। 
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खबरों की मानें तो यह ओड़पुरा बिजली घर का यह मामला है। चिलर प्लांट के मैनेजर कपिल पाठक के अनुसार, वह विभाग के कार्यालय के चक्ककर बिजली विभाग का बकाया जमा कराने के लिए काट रहे हैं। लेकिन अभी तक बकाया जमा नहीं हुआ है। 
बीते शनिवार को मीडिया से बात करते हुए चिलर प्लांट के मैनेजर कपिल पाठक ने कहा कि बिजली का बिल विभाग जमा नहीं कर रहा है जिसकी वजह से इतनी बड़ी रकम प्लांट पर बकाया हो गई है। कपिल पाठक ने कहा कि बर्फ व दूध उनके चिलर प्लांट से निकलती है उसके बाद यह सिक्के उन्हें इसकी बिक्री पर मिले हैं। साथ ही वह कहते हैं कि पार्टियों के भुगतान भी वह इन्हीं सिक्काें से करते हैं। 
उन्होंने कहा कि आरबीआई ने जिन सिक्कों को जारी किया है वह बिजली का बिल उन्हीं से भुगतान करने की कोशिश में लगे हुए हैं लेकिन सिक्कों को विद्युत विभाग के अधिकारी ने ले रहे हैं। कपिल ने आगे कहा कि उन्होंने लिखित में अधिशासी अभियंता को सिक्के स्वीकार न किए जाने से अवगत कराया तो उन्होंने लिखित में सिक्के स्वीकार करने से इंकार कर दिया। 
10 लाख 94 हजार रूपए के सिक्के एक बार फिर से वह शनिवार को बिजली घर बिल जमा कराने के लिए गए लेकिन उन्होंने लेने से इंकार कर दिया। दूसरी तरफ हाथरस अधिशासाा अभियंता खंड दो विद्युत खान चंद्र ने बताया कि 10 लाख 94 हजार रूपए के सिक्के चिलर प्लांट की तरफ से भुगतान के लिए आए थे लेकिन हमें बैंक की तरफ से इतने सारे सिक्के लेना स्वीकार नहीं है इसलिए हमने सिक्के इतनी मात्रा में लेने से मना कर दिया। 
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