
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने केंद्र की 'अग्निपथ' योजना की पैरवी करते हुए उसका समर्थन किया। वहीं कांग्रेस ने सांसद के समर्थन को उनकी निजी राय बताते हुए कहा है कि उसका यह मानना है कि सेना में भर्ती की यह नयी योजना “राष्ट्रीय हित और युवाओं के भविष्य के खिलाफ” है। दरअसल, मनीष तिवारी ने अंग्रेजी के दैनिक अखबार में लिखे लेख में कहा है कि ‘अग्निपथ’ रक्षा सुधारों और आधुनिकीकरण की व्यापक प्रक्रिया का हिस्सा है।
इस पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ‘अग्निपथ’ पर एक लेख लिखा है। कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है, ऐसे में यह कहना होगा कि ये उनके निजी विचार हैं, पार्टी के विचार नहीं हैं। कांग्रेस मानती है कि यह योजना राष्ट्रीय हित विरोधी और युवा विरोधी है तथा इसे बिना विचार-विमर्श किए लाया गया है।”
मनीष तिवारी ने जयराम रमेश के ट्वीट को रीट्वीट किया और अपने लेख के एक हिस्से का स्क्रीन शॉट साझा करते हुए कहा, “लेख की टैगलाइन कहती है कि ये निजी विचार हैं। काश, जयराम रमेश जी ने इसे आखिर तक पढ़ा होता। अब वह शायद देख सकते हैं।”Manish Tewari, INC MP, has written an article on Agnipath. While @INCIndia is the only democratic party, it must be said his views are entirely his own & not of the party, which firmly believes Agnipath is anti-national security & anti-youth, bulldozed through without discussion.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 29, 2022
गौरतलब है कि 14 जून को अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस योजना के तहत साढ़े 17 से 21 वर्ष के युवाओं को चार वर्ष के अनुबंध के आधार पर सेना में भर्ती किए जाने का प्रावधान है। चार वर्ष की सेवा पूरी करने के बाद उनमें से 25 प्रतिशत को नियमित सेवा के लिए चुना जाएगा। वर्ष 2022 के लिए आवेदकों की ऊपरी आयु सीमा बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी गई है।The tag line of the article does say - The views are personal. I wish @Jairam_Ramesh ji would have read it right till the very end .
— Manish Tewari (@ManishTewari) June 29, 2022
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