डीजीपी पंजाब के बयान पर सिखों की भुखटियां तनी, श्री अकाल तख्त साहिब समेत कई सिख आगु ने दिनकर गुप्ता को लताड़ा
पंजाब पुलिस के महानिर्देशक (डीजीपी) दिनकर गुप्ता के सरहद पर बनें करतारपुर कॉरिडोर और वहां यात्रा के लिए जाने वाली संगत पर भ्रमित उंगलियां उठाएं जाने से नाराज पंजाब के सिख आगुओं, धार्मिक और सियासी नेताओं ने अलग-अलग बयानों के जरिए अपने गुससे का इजहार करते
09:33 PM Feb 22, 2020 IST | Shera Rajput
लुधियाना-अमृतसर : पंजाब पुलिस के महानिर्देशक (डीजीपी) दिनकर गुप्ता के सरहद पर बनें करतारपुर कॉरिडोर और वहां यात्रा के लिए जाने वाली संगत पर भ्रमित उंगलियां उठाएं जाने से नाराज पंजाब के सिख आगुओं, धार्मिक और सियासी नेताओं ने अलग-अलग बयानों के जरिए अपने गुससे का इजहार करते हुए सख्त शब्दों में निंदा की है। पाकिस्तान में श्री ननकाना साहिब के ‘शहीदी-साके’ के समागमों में शिरकत करने गए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता के उस बयान का कड़ा संज्ञान लेते हुए निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा था कि सुबह श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों को जाने वाले गुरू नानक नाम लेवा या सिख वहां से शाम को आतंकवादी बनकर वापिस आते है।
गुरूद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए पहुंचे ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वहां पाकिस्तान सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान और पाकिस्तानी सिख आगु स. भीषण सिंह से उक्त मामलों में चर्चा करके डीजीपी पंजाब के बयान को अफसोसजनक बताया। उन्होंने कहा कि डीजीपी के उक्त बयान से पूरे सिख भाईचारे की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है और इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को उन्हें तुरंत पद से बर्खास्त करके कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।
स्मरण रहे कि पंजाब पुलिस के महानिर्देशक दिनकर गुप्ता ने एक अंग्रेजी अखबार के समागम में बोलते हुए कहा था कि सिख धर्म स्थानों के लिए वीज़ा फ्री कैरीडोर लंबे समय से बंद किए जाने के पीछे सुरक्षा प्रणाली ही कारण थी। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग वहां जाते है, उनको कटटर पंथियों की तरफ धकेला जा सकता है या उनको सिखलाई दी जा सकती है और पाकिस्तान लंबे समय से सिखों की हमदर्दी हासिल करके उन्हें कटटरवाद की तरफ धकेलने की रणनीति पर काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि करतारपुर में एक संभावना है कि सुबह वहां जाने वाला शख्स शाम को 6 घंटों में सिखलाई लेकर आतंकवादी बनकर वापिस आ सकता है।
इधर सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने भी दिनकर गुप्ता के कथित बयान का हवाला देते हुए इसे दुखदाई करार दिया। एसजीपीसी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने गढ़शंकर में एक समागम के दौरान मीडिया से बातचीत करते कहा कि दिनकर गुप्ता द्वारा दिए गए बयान में संगत के दिलों की भावनाओं को गहरी चोट पहुंंचाई है और शिरोमणि कमेटी इस बयान की सख्त शब्दों में निंदा करती है। भाई लोंगोवाल ने यह भी कहा कि करतारपुर साहिब कैरीडोर 2 मुलकों से जुड़ा हुआ मामला है। उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा लांघे के बारे में बयान देना और अब सूबे के पुलिस प्रमुख द्वारा बयान देना किसी छुपे हुए एजेंडे की मंशा को पेश कर रहा है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि कांग्रेस लांघे को बंद करवाने की कोशिशों में लगी हुई है।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता और पूर्व केबिनेट मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया ने भी दिनकर गुप्ता के बयान पर निंदा करते पूछा कि अब तक बहुत से श्रद्धालु इस लांघे द्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करके वापिस भारत आएं है। उन्होंने पूछा कि डीजीपी बताएं कि अब तक कितने आतंकवादी बने। मजीठिया ने कहा कि आखिर ऐसे कौन से कारण है कि डीजीपी इस प्रकार के बयानबाजी कर रहे है और अगर उनके पास कोई सूचना है तो उसे सामने रखें। मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता है जैसे गांधी परिवार लगातार सिख विरोधी रहा है, उसी प्रकार ऐसी बयानबाजी की जाती है। मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस द्वारा पहले इस रास्ते को खुलने नहीं दिया गया अब जब यह रास्ता खुला है तो उनकी चाल है कि लोग वहां ना जाएं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिखों को कमजोर क्यों समझती है कि वह उनके ऐसे गलत मंसूबे में शामिल होंगे। जबकि विधानसभा में पूर्व प्रतिपक्ष नेता और पंजाब एकता पार्टी के प्रधान सुखपाल सिंह खैहरा ने डीजीपी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, कहते हुए कहा कि करतारपुर लांघा कुछ लोगों को हजम नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि डीजीपी जैसे लोग आतंकवाद पैदा करते है। उन्होंने कहा कि दिनकर गुप्ता का बयान शरारतपूर्ण है, जिसका सिर्फ एक ही मकसद करतारपुर कैरीडोर को बंद करना है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने भी पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा ने भी डीजीपी के बयान को लेकर अफसोस जताते कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह को इस बारे जवाब देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब ने बहुत लंबे वक्त तक आतंकवाद का संताप अपने सीने पर झेला है। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे संगत के लिए श्रद्धा और आस्था जरूरी है वही देश की सुरक्षा भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आज पूरी तरह दुनिया में आतंकवाद का केंद्र बन चुका है और इसके लिए चौकस रहना जरूरी है। अरोड़ा ने कहा कि अगर डीजीपी के पास कोई गलत तत्वों के बारे में जानकारी है तो उसे सांझा जरूर करें।
शिअद ने भी आरोप लगाया है कि डीजीपी दिनकर गुप्ता में कहा है कि करतारपुर कॉरिडोर से आतंकी खतरा है। वहां गया यात्री छह घंटे में बम बनाने की ट्रेनिंग लेकर आतंकी बनकर लौट सकता है। शिअद और आप ने कहा है कि डीजीपी इस पर माफी मांगे अन्यथा विधानसभा को चलने नहीं दिया जाएगा। मामला गर्माने के बाद डीजीपी दिनकर गुप्ता ने सफाई दी है और कहा है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं बोला है। उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया है।
डीजीपी ने कहा, मेरे बयान को गलत अर्थ में लिया गया है। मैंने पासपोर्ट खत्म करने के सवाल के बारे में कहा था कि इस तरह तो हमारे पास कोई सुबूत ही नहीं होगा कि करतारपुर जाने वाला व्यक्ति कौन है?
इसके साथ ही कुलतार सिंह संधवां और आप विधायक दल के हरपाल सिंह चीमा ने भी डीजीपी दिनकर गुप्ता पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि डीजीपी इस पर तुरंत माफी मांगें, अन्यथा सोमवार को पंजाब विधानसभा की कार्यवाही चलने नहीं देंगे। आम आदमी पार्टी के विधायकों ने कहा कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी वहां से आतंकवादी बनकर लौटे हैं। यह बयान देश की अखंडता को तोडऩे वाला है।
– सुनीलराय कामरेड
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