W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

नवंबर 2025 मासिक शिवरात्रि: निशिता काल का वह महामुहूर्त, जो दिलाएगा पापों से मुक्ति और देगा मनचाहा जीवनसाथी!

05:27 PM Nov 17, 2025 IST | Khushi Srivastava
नवंबर 2025 मासिक शिवरात्रि  निशिता काल का वह महामुहूर्त  जो दिलाएगा पापों से मुक्ति और देगा मनचाहा जीवनसाथी
Masik Shivratri 2025 (Photo: AI Generated)
Advertisement
Masik Shivratri 2025 kab hai: हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन शिवभक्त शिवलिंग पर जल, बेलपत्र और धतूरा अर्पित करते हैं और बड़ी ही आस्था के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं नवंबर के महीने में मासिक शिवरात्रि कब है, साथ जानेंगे शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।
Advertisement

Masik Shivratri 2025 kab hai: नवंबर मासिक शिवरात्रि तिथि और शुभ मुहूर्त

Masik Shivratri 2025 kab hai
Masik Shivratri 2025 kab hai (Photo: AI Generated)

मासिक शिवरात्रि के पावन पर्व पर, शिव उपासना का शुभ मुहूर्त 18 नवंबर 2025 को सुबह 07:12 बजे तिथि प्रारंभ होने से शुरू होगा और 19 नवंबर 2025 को सुबह 09:43 बजे तिथि समाप्त होने तक रहेगा, जबकि रात्रि के समय भगवान शिव की उपासना के लिए निशिता काल पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय 18 नवंबर की रात 11:40 बजे से लेकर 12:33 बजे तक रहेगा।

Advertisement

Masik Shivratri 2025: ऐसे करें भोलेनाथ की अराधना

Masik Shivratri 2025 kab hai
Masik Shivratri 2025 kab hai (Photo: AI Generated)
  • प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • सूर्य देव को अर्घ्य दें और घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
  • मंदिर जाकर शिवलिंग पर दूध, जल, बेलपत्र और धतूरा अर्पित करें।
  • घी का दीपक जलाएं और शिव-पार्वती मंत्रों का जाप करें।
  • निशिता काल में विशेष पूजा करें और रात्रि जागरण कर भजन-कीर्तन करें।

Masik Shivratri Significance: क्यों खास होती है मासिक शिवरात्रि?

Masik Shivratri kyu manayi jati haia
Masik Shivratri kyu manayi jati hai (Photo: AI Generated)
Advertisement
प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाने वाला मासिक शिवरात्रि भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित है। जो साधक इस व्रत को पूरे विधि-विधान से संपन्न करते हैं, उन्हें जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस व्रत का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि यह व्यक्ति को समस्त पापों से मुक्ति दिलाकर मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है। साथ ही, मासिक शिवरात्रि व्रत रखने से विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं और योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
यह भी पढ़ें- शिव जी हो सकते हैं रुष्ट! सोमवार व्रत में भूलकर भी न करें ये 7 महापाप, जानें सही नियम
डिस्क्लेमर- इस लेख बताई गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। पंजाब केसरी इसकी पुष्टि नहीं करता है।
Author Image

Khushi Srivastava

View all posts

खुशी श्रीवास्तव मीडिया इंडस्ट्री में करीब 3 साल का अनुभव रखती हैं। वायरल कंटेंट, लाइफस्टाइल, हेल्थ और वास्तु शास्त्र टिप्स पर प्रमुखता से काम किया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज से मास्टर ऑफ मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई के बाद पहली बार पत्रकारिता के श्रेत्र में कदम रखा। इसके बाद अमर उजाला प्रिंट (प्रयागराज) में इंटर्नशिप की। फिलहाल खुशी, पंजाब केसरी दिल्ली के डिजिटल प्लैटफॉर्म के लिए कंटेंट राइटिंग का काम करती हैं।

Advertisement
Advertisement
×