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मैक्स कॉरपोरेट ने HC का दरवाजा खटखटाया, पुलिस ने SIT का किया गठन

मैक्स कॉरपोरेट सर्विस ने हरिद्वार कुंभ मेले में कथित फर्जी कोविड जांच घोटाले को लेकर अपने खिलाफ दर्ज मामले को चुनौती देने के लिए शुक्रवार को उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। वहीं पुलिस ने इसकी जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

01:56 AM Jun 19, 2021 IST | Shera Rajput

मैक्स कॉरपोरेट सर्विस ने हरिद्वार कुंभ मेले में कथित फर्जी कोविड जांच घोटाले को लेकर अपने खिलाफ दर्ज मामले को चुनौती देने के लिए शुक्रवार को उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। वहीं पुलिस ने इसकी जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

मैक्स कॉरपोरेट सर्विस ने हरिद्वार कुंभ मेले में कथित फर्जी कोविड जांच घोटाले को लेकर अपने खिलाफ दर्ज मामले को चुनौती देने के लिए शुक्रवार को उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। वहीं पुलिस ने इसकी जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
हरिद्वार के मुख्य चिकित्साधिकारी एस. के. झा द्वारा मैक्स कॉरपोरेट सर्विस और दो निजी लैब—डा लालचंदानी लैब और नलवा लैबोरेट्रीज के खिलाफ कुंभ के दौरान कथित फर्जी कोविड जांच करने के सिलसिले में मामला दर्ज कराए जाने के एक दिन बाद हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने एसआईटी का गठन किया है।
कृष्णराज एस ने कहा कि मामले की त्वरित जांच के लिए ऐसा किया गया है।
आरोपी कंपनी और दोनों लैबों पर महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के अलावा भारतीय दंड विधान की धारा 120 बी तथा 420 सहित अन्य धाराएं लगाई गई हैं।
उधर, मैक्स कॉरपोरेट सर्विस के वकील कार्तिकेय हरि गुप्ता ने बताया कि कंपनी ने उच्च न्यायालय में दलील दी है कि धार्मिक आयोजन के दौरान किसी फर्जी कोविड जांच कराने में उसकी कोई भूमिका नहीं है। कंपनी ने कहा कि उसने आईसीएमआर द्वारा मंजूरी प्राप्त लैबों, नलवा लैबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और डा लालचंदानी लैब लिमिटेड के साथ समझौता किया था और मैक्स कॉरपोरेट सर्विस केवल एक सेवा प्रदाता कंपनी थी।
गुप्ता ने बताया कि अगर कोई फर्जी जांच हुई भी है तो मैक्स कॉरपोरेट सर्विस की इसमें कोई भूमिका नहीं है और वास्तव में वह इसकी जांच में सहयोग करने की इच्छुक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अदालत के सामने दलील दी है कि हमारे मुवक्किल ने सरकार के वर्क ऑर्डर के अनुसार इन दोनों लैब के माध्यम से जांच करवाईं। सभी नमूनों का कलेक्शन और अन्य डाटा एन्ट्री सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों की जानकारी और निगरानी में हुआ।’’
गुप्ता ने बताया, ‘‘हमने माननीय अदालत से याचिकाकर्ता को पुलिस के किसी भी प्रकार के बल प्रयोग से संरक्षण देने की प्रार्थना की है। सरकार किसी भी तरीके से जांच करे, हमारे मुवक्किल जांच में सहयोग के लिए तैयार और इच्छुक हैं।’’ उन्होंने बताया कि उनके पक्ष ने आज ही याचिका दायर की है और उम्मीद है कि इस पर जल्द सुनवाई होगी।
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