‘Metro In Dino' Movie Review : आज के रिश्तों की सच्ची झलक
अगर आपको रियल और दिल को छू लेने वाली फिल्में पसंद हैं, तो मेट्रो इन दिनों ( Metro In Dino ) जरूर देखिए। इसफिल्म को डायरेक्ट किया है अनुराग बसु (Anurag Basu) ने, जिन्होंने इससे पहले लाइफ इन ए मेट्रो जैसी यादगार फिल्मबनाई थी। अब वही शहर, वही मेट्रो (Metro) और फिर से रिश्तों की एक नई कहानी लेकर आए हैं – इस बार नए किरदारोंऔर आज के ज़माने की सोच के साथ।
कहानी क्या है?
फिल्म में अलग-अलग लोगों की कहानियां दिखाई गई हैं। कोई अकेला है, कोई प्यार में उलझा है, कोई ब्रेकअप से उबर रहाहै, तो कोई अपनी शादी को बचाने की कोशिश कर रहा है। सबका अपना एक दर्द है, अपनी उम्मीद है और अपनी राह है। इनकहानियों के ज़रिए फिल्म ये बताती है कि आज की तेज़-तर्रार जिंदगी में भी लोग प्यार करते हैं, टूटते हैं, फिर से जुड़ने कीकोशिश करते हैं। ये फिल्म सिखाती है कि हर रिश्ता आसान नहीं होता, लेकिन अगर दिल से चाहो तो सब कुछ संभल सकताहै।
एक्टिंग कैसी है?
आदित्य रॉय कपूर और सारा अली खान की जोड़ी अच्छी लगती है। आदित्य का किरदार शांत और सोचने वाला है, जो दिलको छूता है। सारा ने भी अपने रोल को ठीक से निभाया है, कुछ जगहों पर थोड़ा और बेहतर किया जा सकता था। पंकजत्रिपाठी, अनुपम खेर, और फातिमा सना शेख जैसे एक्टर्स फिल्म में जान डाल देते हैं। नीना गुप्ता , कोंकोणा सेन ने भी बेहतरीनकाम किया है खासकर पंकज त्रिपाठी का काम बहुत शानदार है – उनके डायलॉग और अंदाज़ दोनों ही मज़ेदार हैं जो ऑडियंस को बांधे रखते है
म्यूजिक और डायरेक्शन
फिल्म का म्यूजिक दिया है प्रीतम ने, और हमेशा की तरह गाने दिल छू जाते हैं। “इन दिनों”, “आज के मौसम में” जैसे गानेफिल्म को और भी खास बनाते हैं।अनुराग बसु का डायरेक्शन बहुत ही सुंदर है। उन्होंने फिल्म को ऐसे बनाया है जैसे किसीकविता को जी रहे हों – हर सीन में इमोशन है, सच्चाई है और खूबसूरती भी।
कमज़ोरियां
फिल्म की रफ्तार थोड़ी धीमी है। कुछ लोगों को लगेगा कि कहानी बहुत धीरे चल रही है। साथ ही कुछ किरदारों को थोड़ा औरगहराई से दिखाया जा सकता था।
देखनी चाहिए या नहीं?
अगर आपको प्यार, रिश्ते और इंसानों के बीच की भावनाओं को समझने वाली फिल्में पसंद हैं, तो मेट्रो इन दिनों जरूर देखें। येफिल्म आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि हम अपने रिश्तों में क्या खो रहे हैं और क्या बचा सकते हैं।
Movie Rating : 4/5