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UP : EWS कोटे से असिस्‍टेंट प्रोफेसर बने मंत्री सतीश द्विवेदी के भाई को देना पड़ा इस्तीफा

अरुण द्विवेदी की EWS कोटे (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थी) के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति हुई थी, जिसके बाद मंत्री जी की सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी हुई।

02:57 PM May 26, 2021 IST | Desk Team

अरुण द्विवेदी की EWS कोटे (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थी) के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति हुई थी, जिसके बाद मंत्री जी की सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी हुई।

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ.सतीश द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी ने सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर पद से इस्तीफा दे दिया है। अरुण द्विवेदी की EWS कोटे (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थी) के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति हुई थी, जिसके बाद मंत्री जी की सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी हुई।
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विपक्ष ने मुद्दे को लपकते हुए खूब विवाद किया, जिसके बाद अरुण द्विवेदी ने आज इस्तीफा दे दिया। उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिए जाने की बात कही है। यूनिवर्सिटी के कुलपति सुरेंद्र दुबे ने द्विवेदी का इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है। अरुण द्विवेदी की नियुक्ति सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर हुई थी।

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मामले पर जब विवाद खड़ा हुआ तो, मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा था कि उनके भाई की अलग पहचान है। उसके पास अपना प्रमाण पत्र है, लेकिन उसके बाद भी किसी को आपत्ति हो तो वह जांच करवा सकता है। वहीं यूनिवर्सिटी के कुलपति सुरेंद्र दुबे ने भी अरुण द्विवेदी के पक्ष में अपनी सफाई देते कहा गया था कि उनके पास नियुक्ति के सभी प्रमाण पत्र मौजूद हैं, किसी तरह की कोई सिफारिश का नियुक्ति के पीछे कोई हाथ नहीं है।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश द्विवेदी सिद्धार्थनगर जिले की इतवा सीट से विधायक हैं। उनके भाई का चयन सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ था। 21 मई को अरुण के यूनिवर्सिटी में ज्वाइन करने के बाद से ही सोशल मीडिया पर तमाम पोस्ट वायरल हो रहे हैं। विपक्षी दल इसे गरमाने में जुटे थे तो आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बकायदा इस पर आंदोलन शुरू कर दिया था। इस बीच राजभवन ने भी सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के कुलपति से पूरे मामले में जवाब-तलब किया था।
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