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फर्जीवाड़ा मामला : बरनाला निवासी कृषण सिंह द्वारा की गई शिकायत पर खेल मंत्रालय ने जारी किया निर्देश

खेल मंत्रालय भारत सरकार ने राष्ट्रीय खेल संस्था नेटबॉल फेडरेशन आफ इंडिया को नेटबॉल एडहॉक कमेटी द्वारा पंजाब में किए फर्जीवाड़ा के खिलाफ कार्रवाई करने के अधिकार दिए हैं।

04:24 PM Jun 03, 2018 IST | Desk Team

खेल मंत्रालय भारत सरकार ने राष्ट्रीय खेल संस्था नेटबॉल फेडरेशन आफ इंडिया को नेटबॉल एडहॉक कमेटी द्वारा पंजाब में किए फर्जीवाड़ा के खिलाफ कार्रवाई करने के अधिकार दिए हैं।

लुधियाना- बरनाला  : खेल मंत्रालय भारत सरकार ने राष्ट्रीय खेल संस्था नेटबॉल फेडरेशन आफ इंडिया को नेटबॉल एडहॉक कमेटी द्वारा पंजाब में किए फर्जीवाड़ा के खिलाफ कार्रवाई करने के अधिकार दिए हैं।

खेल मंत्रालय के सह-सचिव ए.के.पातरो ने एनएफआई को उक्त अधिकारी शिकायत पत्र संख्या नंबर डीएसपीआरटी/ई/2018/00086 के आधार पर दिए है। जिसकी एक प्रति बरनाला निवासी शिकायतकर्ता कृष्ण सिंह को भी मिली है।

जानिए पूरा मामला  : –
जनहित में कार्य कर रहे कृष्ण सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि उन्होंने खेल विभाग व ओलंपिक संघ को बताया था कि पंजाब में कुछ लोगों ने एनएफआई के नियमों को नजरंदाज कर अपनी अलग से एडहॉक कमेटी बना ली है। नेटबॉल एडहॉक कमेटी द्वारा तत्कालीन नेटबॉल में हो रहे फर्जीवाड़ा के खिलाफ 23 फरवरी 2017 को खेल विभाग पंजाब सरकार तथा पंजाब ओलंपिक संघ के महासचिव को शिकायत पत्र भेजा था।

जिसकी जांच किए बिना ही खेल विभाग पंजाब सरकार एवं पंजाब ओलंपिक संघ ने उसे दफतर दाखिल करवा दिया था। यही ही नहीं मामले को लटकाए रखने के लिए पंजाब ओलंपिक संघ के महासचिव द्वारा अपने पदों का दुरुप्योग करते पीओए-1188/16.11.2017 पत्र जारी कर डायरेक्टर स्पोर्टस पंजाब, पुलिस विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों को गलत जानकारी दी।

जनहितैषी कृषण सिंह ने शिकायत में यह भी बताया था कि उक्त नेटबॉल एडहॉक कमेटी द्वारा राजस्थान के जयपुर में 15 अक्तूबर से 18 अक्तूबर 2016 के बीच 29वीं जुनियर नेश्नल नेटबॉल चेंपियनशिप (लडक़े/लड़कियां) करवाई। उसके बाद दिल्ली में 29/30 दिसंबर 2016 से 3 जनवरी 2017 के दौरान 34वीं सीनीयर नेशनल नेटबॉल चेंपियनशिप (लडक़े/लड़कियां) करवाई। जो दोनों चेंपियनशिपें फ र्जी थी। यही सीमित नहीं प्रबंधकों ने खिलाडिय़ों को फर्जी सर्टीफिकेट भी बांट कर दिए। हैरानी तब हुई जब तत्कालीन खेल विभाग पंजाब ने खिलाडिय़ों की गरेडेशन भी कर दी। नतीजन नेटबॉल खेल से और नए खिलाडिय़ों के साथ बड़े स्तर पर धोखा हुआ।

उन्होंने बताया कि मंत्रालय से जानकारी मिलने के बाद नेटबॉल फेडरेशन आफ इंडिया से इंसाफ और दोषियों को सलाखों के अंदर करने के अलावा वर्ष 2017 के दौरान जिन 48 खिलाडिय़ों की गरेडेशन हुई उसे रद्द करने की मांग भी की है। उन्होंने एनएफआई को लिखे पत्र में जानकारी दी है कि उक्त एडहॉक कमेटी के द्वारा उक्त फर्जी चेंपियनशिपों में भाग ले चुके खिलाड़ी (लडक़े व लड़कियां) पंजाब पुलिस में विभिन्न पदों पर तैनात हैं।

– रीना अरोड़ा

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