भारतीय सेना हर समय तैयार, पाकिस्तान पर कभी नहीं किया जा सकता भरोसा
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की स्थिति होने के बावजूद पाकिस्तान की ओर से…
पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल शंकर प्रसाद ने पाकिस्तान पर कभी भी भरोसा न करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि 1971 के युद्ध के बाद हुए समझौते के बावजूद पाकिस्तान की ओर से धोखा ही मिला। आतंकवाद को रणनीति बनाकर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल किया, जिसका भारत ने उरी और बालाकोट स्ट्राइक से करारा जवाब दिया।
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की स्थिति होने के बावजूद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों की खबरों ने देशभर में चिंता और नाराज़गी पैदा कर दी है। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय सेना के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल शंकर प्रसाद ने पाकिस्तान पर कभी भी भरोसा न करने की सलाह दी है।
पाकिस्तान पर कभी नहीं किया जा सकता भरोसा
उन्होंने कहा कि पिछले 70 वर्षों में भारत ने कई बार पाकिस्तान पर विश्वास करने की कोशिश की, लेकिन हर बार धोखा ही मिला। 1971 के युद्ध के बाद हुए समझौते को उन्होंने इसका सबसे बड़ा उदाहरण बताया। “हम ऐसे देश पर कैसे भरोसा कर सकते हैं, जो बार-बार धोखा देता है?” – उन्होंने सवाल उठाया।
आतंकवाद को रणनीति बनाना पाकिस्तान की नीति
शंकर प्रसाद ने आगे बताया कि पाकिस्तान की सोच में ही विश्वासघात छिपा है। 1971 की हार के बाद उन्होंने अपनी सैन्य रणनीति में बदलाव किया और आतंकवाद को भारत के खिलाफ एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का फैसला लिया। उनके अनुसार, पाकिस्तान जानता है कि पारंपरिक युद्ध में वह भारत से नहीं जीत सकता, इसलिए उसने आतंकवादी गतिविधियों का सहारा लिया।
भारत के करारे जवाब: उरी और बालाकोट स्ट्राइक
उन्होंने याद दिलाया कि भारत ने उरी और बालाकोट जैसे सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के ज़रिए इन हमलों का माकूल जवाब दिया, जिससे कुछ समय के लिए हालात शांत हुए। लेकिन अब फिर से पाकिस्तान की ओर से नई दिशा में हमले शुरू हो गए हैं। हाल ही में धर्म के आधार पर 26 लोगों को निशाना बनाना बेहद निंदनीय और शर्मनाक है।
आतंकवाद पर निर्णायक कार्रवाई की ओर भारत
पूर्व सैन्य अधिकारी ने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार ने अब इन हालात को एक ठोस अंजाम तक ले जाने का संकल्प लिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि आतंकवाद और उसे समर्थन देने वालों का पूरी तरह सफाया किया जाना चाहिए।