Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

मेरे देश का मोदी

NULL

12:47 AM Feb 24, 2019 IST | Desk Team

NULL

आतंकवाद के बारे में पूरी दुनिया जानती है कि किस प्रकार पाकिस्तान का राजनीतिक नेतृत्व अपनी फौज को इस धंधे में लगाकर भारत के खिलाफ खूनी खेल खेल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी दुनिया को यही संदेश दिया कि आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया को एकजुट होना होगा, क्योंकि यह एक जंग है और अकेले भारत की नहीं है। वल्र्ड ट्रेड टॉवर पर हमला और फ्रांस, अमरीका, रूस, इंग्लैंड में आतंकियों ने जब खूनी खेल खेले तो सब को पता लगा कि पीएम मोदी का आतंकवाद के खिलाफ झंडा उठाने का काम सबको एकजुट होकर करना होगा। पिछले हफ्ते पुलवामा अटैक में हमारे 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत ने प्रमाणित कर दिया कि मानवता विरोधी यह काम जैश के आतंकवादियों ने किया है और उन्होंने इसकी जिम्मेवारी अपने सिर पर लेकर कबूलनामा भी सबके सामने रख दिया। राजनीतिक विशेषक और राजनीतिक पंडित और अन्य विशेषज्ञ पुलवामा हमले की टाइमिंग को लेकर बहुत डिबेट कर रहे हैं। हम समझते हैं कि टाइमिंग का बहुत महत्व है।

हम तो यह कहेंगे कि इस टाइमिंग के पीछे छिपी उस साजिश, उस दाव को भी देखना होगा जो पाकिस्तान ने खेला है। भारत में 2019 के चुनावों को लेकर राजनैतिक नेतृत्व उधर लगा हुआ है वहीं विपक्ष भी देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक मंदिर में कुछ प्राप्ति के लिए डटा हुआ है। तभी तो पाकिस्तान ने यह शातिर चाल चलते हुए पुलवामा अटैक करवाया। इस वक्त पूरी दुनिया की निगाहें 2019 के चुनावों पर हैं। आतंकवाद के खात्मे के लिए देश मोदी सरकार के रिपीट होने का इंतजार कर रहा है तो वहीं आतंकवाद समर्थक लोग यही चाहते हैं कि चुनावों के मौके पर ही कुछ ऐसा खेल खेला जाए कि मोदी सरकार कुछ कर न सके और हमारा दाव सही रहे। अक्सर मैं टीवी चैनलों पर हो रही डिबेट को सुन और देख रहा हूं, जिसमें हर कोई कह रहा है कि हमले की टाइमिंग को देखो। कोई यह नहीं कह रहा कि इसलिए हमले की टाइमिंग ऐसी चुनी गई कि मोदी जी जैसे राष्ट्र भक्त, ईमानदार, जुझारू तथा कत्र्तव्यपरायण पीएम को 2019 के चुनावों में दोबारा सत्ता में आने से रोका जा सके।

पाकिस्तान के अलावा भारत में भी एक वर्ग नहीं चाहता कि मोदी जी की वापसी हो, इसलिए वे इस टाइमिंग को पाकिस्तान के इरादों से नहीं जोड़ रहे। देश की प्रगति, हिन्दू और हिन्दुत्व का प्रसार और हिन्दुस्तान का विकास उन्हें अच्छा नहीं लगता लेकिन पूरा देश मोदी जी के साथ खड़ा है। यहीं से हमले की टाइमिंग का अंदाजा लगाया जा सकता है और जैश के हमले की सारी कहानी सामने आ रही है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कह दिया है कि हमलावर बहुत बड़ी गलती कर गए हैं और एक-एक जवान की शहादत का हिसाब लिया जाएगा। सेना जब चाहे, जहां चाहे स्थान चुन ले और हमलावरों को निपटा दे। मास्टरमाइंड गाजी, राशिद और बिलाल का खात्मा यही दिखाता है कि भारतीय फौजें किसी को बख्शेंगी नहीं। पाकिस्तान इंतजार कर रहा है कि भारत में चुनाव घोषित हो जाएं और आचार संहिता लागू हो जाए इसीलिए उसने अपने यहां आतंकवादियों को वहां की फौज और आईएसआई के हाथों में खेलने की छूट दे रखी है। वहीं भारत ने सिंधू का जल पाकिस्तान न भेजे जाने का ऐलान किया तो वहीं पहले से खौफजदा पाकिस्तान फिर दोगलेपन पर उतर आया है।

जैश मुख्यालय पर सेना के नियंत्रण का ऐलान कर दिखावा किया है पर लोग कह रहे हैं कि पीएम मोदी जी से इमरान व पाक का बच पाना मुश्किल है। पाक के प्रधानमंत्री क्रिकेटर इमरान की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि अब वह मोदी जी से खौफ खा बैठा है और उसे लगता है कि भारत हमला करके उसे निबटा देगा। उसका डर सही है और बौखलाहट में इस कठपुतली प्रधानमंत्री ने 26 कट वाला अपना एक वीडियो जारी किया तो चेहरे पर खौफ साफ पढ़ा जा सकता था। हमले की टाइमिंग को लेकर उसके चेहरे का जुग्राफिया बिगड़ा हुआ था, लेकिन फिर भी उसने कहा अगर भारत हम पर हमला करेगा तो हम भी पलटवार करेंगे। उसकी गीदड़ भभकी उस वक्त बेनकाब हो गई और घबराहट और भी सामने आ गई जब उसने यह कहा कि बातचीत से ही समस्या हल होगी। हम तो यही कहेंगे ट्रेन धमाके, मुंबई अटैक, संसद अटैक, लालकिला अटैक, पठानकोट एयरबेस अटैक, उरी हमला और अब पुलवामा हमला हम इसे कैसे भूल सकते हैं। चोरी और सीनाजोरी तो देखिए कि नापाक इमरान खान कह रहा है कि हमें सबूत दो।

सैंकड़ों बार मसूद अजहर, दाउद इब्राहिम, जकीउर रहमान लखवी और हाफिज सईद जैसों को नामजद करते हुए कितने डोजियर पाकिस्तान को चाहिएं। टाइमिंग का कमाल तो हमारे केंद्रीय मंत्री अरुण जेतली जी ने इमरान खान के वीडियो के बाद दिखाया जब उन्होंने यह कहा कि खुद जैश कबूल कर रहा है तो इससे बड़ा सबूत क्या हो सकता है। हमला तो पाकिस्तान ने कर दिया और अब वह अपनी जान बचाने के लिए मारा-मारा फिर रहा है। पाकिस्तानी हुक्मरान चाहे वह फौज हो या आईएसआई, इमरान की शक्ल में उन्हें एक नमूना मिल गया तभी तो एक बार फिर उन्होंने क्रिकेटर इमरान के हाथ में बैट और बॉल आतंक के हथियार के रूप में पकड़ा दिया। इमरान की टाइमिंग देखिए कि उसने यह वीडियो जारी कर दिया। यकीनन सारी स्क्रिप्ट आईएसआई वालों ने पीछे बैठकर लिखवाई थी तभी तो बोलते हुए 26 कट लगे।

आतंक का प्रमोटर पाकिस्तान अमरीका, रूस, चीन, जापान के हत्थे चढ़ा हुआ है, लेकिन दिक्कत चीन को लेकर है इसीलिए वह पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है और मसूद अजहर, हाफिज सईद, जकीउर रहमान लखवी को वल्र्ड ग्लोबल टैरेरिस्ट घोषित करने से रोकने के लिए वीटो का अडंग़ा डाल रहा है। यह मोदी जी के प्रयास थे, यह मोदी जी की फ्रांस के साथ आतंकवाद खात्मे के लिए कमिटमेंट है कि खुद फ्रांस ने कहा है कि यूएन में मसूद अजहर को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित कराने के लिए वह प्रस्ताव लाएगा। आतंकवादी आईएसआई की गोदी में पल रहे हैं। पाकिस्तान ने अपनी टाइमिंग दिखा दी और अब मोदी जी की टाइमिंग देखें। सत्ता में वापसी मोदी जी की न हो सके इसीलिए ये घिनौने खेल खेले जा रहे हैं। भारत को चीन के साथ-साथ अमरीका से भी सावधान रहना होगा क्योंकि अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप भले की पाकिस्तान को आर्थिक मदद न दें परंतु अफगानिस्तान को तालिबान को सौंपने की तैयारी अगर अमरीका की है तो यह पाकिस्तान का भी खेल है। अच्छा है भारतीय सेना की ओर से इमरान के जवाब पर पलटवार साफ-साफ कर दिया गया है कि जो आतंकी सिर उठाएगा वह जान से जाएगा।

आखिर में हम यही कहना चाहेंगे कि मोदी जी जैसे देशभक्त के दिलोदिमाग में एक ही जुनून है सेना के बलिदान का हिसाब लेना, इसीलिए बौखलाया पाकिस्तान चुनाव को सामने देखकर हमला करने की गलती कर बैठा है। उसका हश्र क्या होने वाला है उसे पता चल चुका है। पूरा विपक्ष और सरकार मोदी जी के साथ है और अब मोदी की टाइमिंग ऐसी है कि यूएन में पाकिस्तान को जूते पडऩे वाले हैं। फिलहाल पुलवामा की ताजा वारदात के बाद पाकिस्तान से बातचीत का सवाल ही पैदा नहीं होता। वक्त की मार तो पाकिस्तान पर पड़ेगी ही क्योंकि उसका खराब वक्त शुरू हो चुका है और अब इस ढीठ पाकिस्तान का दी-एण्ड होने ही वाला है। यह राजनीतिक तरीके से होगा या फौज के तरीके से होगा टाइमिंग सैट है, बस थोड़ा सा इंतजार कीजिए। जवानों की शहादत का हिसाब-किताब और आतंकी खात्मा होने वाला है।

मोदी जी शेर हैं, बिना मतलब किसी को छेड़ते नहीं और जो छेड़ता है तो उसे छोड़ते नहीं हैं। वह सच्चे देशभक्त हैं तथा भारत की आन-बान-शान और आतंक के खिलाफ पूरी दुनिया की एकजुटता का परचम लेकर सबको सही संदेश दे रहे हैं। मोदी जी भारत की राष्ट्रीयता व हिन्दुत्व की परिभाषा हैं। ऐसे पीएम व देशभक्त की जरूरत भारत को है इसलिए हम कह रहे हैं कि भारत के लिए मोदी जी की वापसी आज की तारीख में समय की मांग है, वह देश के गौरव हैं तथा देश के स्वाभिमान के सच्चे रक्षक हैं।

Advertisement
Advertisement
Next Article