समय से पहले पूरे देश में पहुंचा मानसून, उत्तर भारत में तबाही के आसार, कई राज्यों में "रेड अलर्ट" जारी
मानसून इस बार अपनी सामान्य तिथि से लगभग एक सप्ताह पहले ही पूरे देश में पहुंच गया है। इसके चलते दिल्ली समेत कई उत्तरी राज्यों में बारिश शुरू हो गई है। वर्ष 2020 के बाद यह पहला अवसर है जब मानसून ने इतनी जल्दी पूरे भारत को कवर कर लिया।
पूरे भारत में मानसून की दस्तक
भारत में मानसून सामान्य तिथि से लगभग एक सप्ताह पहले पूरे देश में दस्तक दे चुका है। इस दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ जैसी प्राकृतिक घटनाओं में कई जान-माल का क्षति हुआ है।
उत्तराखंड: उत्तरकाशी में बादल फटने से दो की मौत, कई लापता
वही, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार तड़के बादल फटने के कारण दो निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई और सात लापता हो गए। उत्तराखंड में बादल फटने के कारण भूस्खलन होने पर उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक होटल के निर्माण में लगे श्रमिकों के अस्थायी आश्रय नष्ट हो गये।
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण राजमार्ग का लगभग 10 मीटर हिस्सा बह गया और उस वक्त 29 श्रमिक अस्थायी आश्रय में मौजूद थे।
जिला आपदा नियंत्रण कार्यालय ने बताया कि उनमें से 20 को बचा लिया गया जबकि नौ लापता हैं। घटना के समय 29 श्रमिक अस्थायी आश्रय में मौजूद थे। 20 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि दो शव यमुना नदी के किनारे मिले, दोनों मजदूर नेपाली मूल के थे। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें खोज व बचाव अभियान में लगी हैं।
इधर, मानसून अपनी सामान्य तिथि से करीब एक सप्ताह पहले पूरे देश में पहुंच गया, जिसके चलते राष्ट्रीय राजधानी और अन्य उत्तरी राज्यों में बारिश हुई और कई पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन हुआ।
भारी बारिश के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार और नैनीताल समेत उत्तराखंड के कई जिलों में 29 और 30 जून को भारी बारिश के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
यमुनोत्री हाईवे पर भूस्खलन, राजमार्ग बहा
- भूस्खलन की वजह से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग का 10 मीटर हिस्सा बह गया।
- भूस्खलन ने एक होटल निर्माण में लगे श्रमिकों के अस्थायी आश्रय को भी तबाह कर दिया।
- तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रुकने को कहा गया है।
- चारधाम यात्रा को एहतियातन एक दिन के लिए स्थगित किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही
- हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना - के कुछ हिस्सों में मध्यम से उच्च आकस्मिक बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है ।
- 20 जून के बाद से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
- शनिवार को ऊना, बिलासपुर और शिमला में तीन और मौतें हुईं।
- शिमला-कालका रेल लाइन सेवा स्थगित कर दी गई है।
- एनएच-5 पर भूस्खलन से यातायात बाधित हुआ और तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
नदियों का जलस्तर बढ़ा, बाढ़ की चेतावनी
- मंडी की जूनी खड्ड और ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ा।
- पंडोह बांध के पांच गेट खोले गए।
- हिमाचल के कई क्षेत्रों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी गई है।
- बाल्ड नदी उफान पर, बद्दी क्षेत्र के घरों में पानी घुसा।
- झाड़माजरी के शिवालिक नगर में 20 से ज्यादा घरों में चार फुट तक पानी घुस जाने की खबरें।
झारखंड में भारी बारिश, छात्र फंसे
- रांची में भारी बारिश के कारण एक स्कूल में 162 छात्र फंस गए थे।
- स्कूल की इमारत में पानी भर गया, छात्र छत पर शरण लेने को मजबूर हुए।
- पुलिस और दमकल की टीम ने बचाया।
- राज्य में 80% अधिक बारिश दर्ज की गई है।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए।
ओडिशा और पूर्वोत्तर में भी खतरा
ओडिशा में बुधबलंग, सुवर्णरेखा, जलाका और सोनो समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है और सोमवार तक बाढ़ आ सकती है, ऐसा एक अधिकारी ने चेतावनी दी है। राज्य सरकार ने बालेश्वर जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा है।
पूर्वोत्तर राज्यों में रेल यातायात प्रभावित
- अधिकारियों ने बताया कि पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (एनएफआर) के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में भूस्खलन के कारण छह दिन पहले त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम और दक्षिणी असम के लिए स्थगित कर दिये रेल यातायात को रविवार को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया। उन्होंने बताया कि फिलहाल सीमित रेल परिचालन की अनुमति दी जा रही है और सोमवार तक आवाजाही सामान्य होने की उम्मीद है।
- असम में दीमा हसाओ जिले का सड़क संपर्क आंशिक रूप से बहाल।
केरल: मुल्लापेरियार बांध के फाटक खुले
- बांध का जलस्तर बढ़ने पर 13 फाटक खोल दिए गए।
- पेरियार नदी में पानी छोड़ा गया।
- प्रभावित क्षेत्रों में 20 से अधिक राहत शिविर बनाए गए हैं।
आईएमडी की चेतावनी: अगले सात दिन भारी बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में अगले सात दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक बयान में कहा कि मानसून आज यानी 29 जून 2025 को राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शेष हिस्सों और पूरी दिल्ली में पहुंच गया।’’
मौसम विभाग के अनुसार, चंडीगढ़ में रविवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों में 119.5 मिमी बारिश हुई। पंजाब के अन्य स्थानों के अलावा, फिरोजपुर, मोहाली, लुधियाना, पटियाला, पठानकोट और रूपनगर में बारिश हुई। एक अधिकारी ने कहा कि आईएमडी ने रविवार को एक 'रेड' अलर्ट जारी कर एक जुलाई तक झारखंड के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने का पूर्वानुमान किया है।