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मानसून सत्र : पहला दिन हंगामे की भेंट

सदस्यों को पहले दिन श्रद्धांजलि दी गयी। इस वजह से प्रश्नकाल में भी ज्यादा चर्चा नहीं हो पायी। उसके तत्काल बाद ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया।

07:37 PM Jul 02, 2018 IST | Desk Team

सदस्यों को पहले दिन श्रद्धांजलि दी गयी। इस वजह से प्रश्नकाल में भी ज्यादा चर्चा नहीं हो पायी। उसके तत्काल बाद ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया।

रायपुर : मानसून सत्र का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी। इससे पहले विपक्ष ने आज सेक्स सीडी मामले में जांच की रफ्तार और संदेही रिंकू खनूजा की आत्महत्या के मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सदन में कहा कि सीबीआई संदेह के दायरे में है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं सामने लाया गया है, भूपेश बघेल ने कहा कि पीड़ित की पत्नी ने सवाल खड़ा किया है, इस पर प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने कहा कि सीबीआई राज्य सरकार के अधीन नहीं है, उन्होंने कहा कि सीबीआई केंद्र के अधीन है, इसलिए इस पर राज्य सरकार जांच नहीं कर सकती, धनेन्द्र साहू ने आपत्ति जताई, भूपेश बघेल,

टीएस सिंहदेव, कवासी लखमा ने रिंकू खनूजा मौत मामले में सीबीआई समेत राज्य सरकार पर सवाल खड़ा किया, भूपेश बघेल ने कहा कि रिंकू खनूजा की पत्नी ने इस मौत पर सवाल खड़ा किया है, धनेन्द्र साहू ने स्थगन को ग्राह्य की मांग की, इस पर विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने कांग्रेस की इस मांग को अग्राह्य कर दिया,

जिसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा कर सदन पर जमकर नारेबाजी की, नारेबाजी के बाद कांग्रेस विधायकों ने लगातार राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नारेबाज़ी के बाद कांग्रेस विधायकों के हंगामे के दौरान 5 मिनट के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई लेकिन विपक्ष का हंगामा चलता रहा। कांग्रेस विधायक रिंकू खनूजा की आत्महत्या को हत्या बता रहे हैं उन्होंने सीबीआई की कार्यप्रणाली और पुलिस की जांच पर सवाल खड़े किये ।

कांग्रेस इस मुद्दे पर स्थगन चाह रही थी, लेकिन आसंदी ने स्थगन को आग्राह्य कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस विधायकों का गुस्सा बढ़ गया। कुछ देर विपक्षी विधायक अपनी सीट पर खड़े होकर नारेबाजी करने के बाद कांग्रेसी विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इस नारेबाजी के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा की परंपरा के मुताबिक कांग्रेसी विधायक स्वंयमेव निलंबित हो गये।

हालांकि जब निलंबन समाप्त हुआ, तो भी विधायक नारेबाजी करने लगे। चर्चा की गुंजाईश ना बनते देख आसंदी ने विधानसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले आज सदन के पूर्व सदस्यों को पहले दिन श्रद्धांजलि दी गयी। इस वजह से प्रश्नकाल में भी ज्यादा चर्चा नहीं हो पायी। उसके तत्काल बाद ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया।

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