पाकिस्तान में भारतीय सेना का तांडव:'ऑपरेशन सिंदूर' बना आतंकवादियों के लिए काल, पाक में तबाही का मंजर
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत…
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक कार्रवाई
7 मई 2025 को, भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-प्रशासित कश्मीर में नौ स्थानों पर हमले किए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया गया। भारतीय सेना ने दावा किया कि इन हमलों में आईसी 814 के अपहरण और पुलवामा विस्फोट में शामिल यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद समेत 100 से अधिक आतंकवादियों को सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान मार गिराया गया।
पाकिस्तान को भारी नुकसान
भारत ने पाकिस्तान को तीन दिन चले सैन्य संघर्ष के दौरान भारी नुकसान पहुंचाया है, जिसमें पाकिस्तानी सेना के नवीनतम प्रौद्योगिकी वाले कुछ लड़ाकू विमानों को मार गिराना और राजधानी इस्लामाबाद के निकट प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाना भी शामिल है। बता दे कि इस सैन्य संघर्ष में 35-40 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए भारतीय सेना ने रविवार को यह जानकारी दी।
पाकिस्तानी मिसाइल और ड्रोन हमलों को भारतीय सेना ने किया नाकाम
भारत के हमलों के जवाब में, पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन बुनियान उल मर्सूस’ के तहत मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिनमें भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। हालांकि, भारत ने अपने S-400 वायु रक्षा प्रणाली की मदद से इन हमलों को विफल कर दिया।
संघर्षविराम और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
10 मई को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से दोनों देशों के बीच पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमति बनी। इस संघर्षविराम के बाद, दोनों देशों ने सैन्य कार्रवाई रोक दी और तनाव कम करने के प्रयास शुरू किए।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत का आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति का प्रतीक है। इस अभियान ने न केवल आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान को यह संदेश भी दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
भारत की नई नीति – आतंक का जवाब युद्ध स्तर पर
इससे पहले भारत सरकार ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी थी कि भविष्य में भारत पर होने वाली किसी भी आतंकी घटना को “युद्ध के समान” माना जाएगा और उसी स्तर की जवाबी कार्रवाई की जाएगी। भारत सरकार ने कहा कि अब भारत की नीति साफ है – आतंक के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।