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मां करती थी दूसरों के घर पर काम, बेटे ने सपना साकार कर देश को बनाया वर्ल्ड चैंपियन

अर्जेंटीना ने तीसरी बार फीफा विश्व कप फाइनल अपने नाम किया हैं. इससे पहले 1978 में नीदरलैंड को हराकर, 1986 में वेस्ट जर्मनी को हराकर और अब 36 साल बाद 2018 की चैंपियन फ्रांस को हराकर.

03:23 PM Dec 19, 2022 IST | Desk Team

अर्जेंटीना ने तीसरी बार फीफा विश्व कप फाइनल अपने नाम किया हैं. इससे पहले 1978 में नीदरलैंड को हराकर, 1986 में वेस्ट जर्मनी को हराकर और अब 36 साल बाद 2018 की चैंपियन फ्रांस को हराकर.

विश्व का सबसे प्रसिद्ध खेल फुटबॉल के महानतम खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी ने अपने देश अर्जेंटीना को कल अपने अगुआई में 36 साल बाद फीफा विश्व कप दिला कर मसीह बन गए. 1986 में जब अर्जेंटीना ने वेस्ट जर्मनी को हराकर दूसरी बार डिएगो माराडोना के कप्तानी में विश्व कप जीता था, तब मेस्सी पैदा भी नहीं हुए थे. 1987 में एक मिडिल क्लास फैमिली में जन्म लेने वाला एक बच्चा इतिहास रच देगा, ये किसे पता था. मेस्सी की मां सफाई का काम करती थी तो वहीं पिता एक फैक्ट्री में काम करते थे और साथ ही साथ एक छोटे से फुटबॉल क्लब के कोच भी थे. 
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पहली बार जब मेस्सी ने फुटबॉल ग्राउंड पर कदम रखा , तब वो महज 5 साल के थे. इसके बाद उन्होंने लगातार प्रेक्टीस की, खुद के खेल को इंप्रूव किया जिसका परिणाम आज हमें देखने को मिल रहा हैं.  मेस्सी के कड़ी मशक्कत  के बाद ही उन्हें ये तोहफा मिला हैं. 2006 में पहली बार मेस्सी ने विश्व कप खेला था. पहली बारी में जब कोई खिलाड़ी टीम में रहते विश्व कप जीत लेता है, तो कहीं ना कहीं वो बहुत खुश होता है, जश्न मनाता हैं. पर 15-16 साल तक खेलने के बाद भी जब किसी खिलाड़ी के हाथों में विश्व कप जैसी बड़ी ट्रॉफी नहीं आती है, तो वह चीज उसका सपना बन जाता हैं. उसी सपने को मेस्सी ने कल साकार किया. मेस्सी की टीम अर्जेंटीना और उनके खिलाड़ियों ने जी-जीन लगा दिया मेस्सी के इसी सपनें को पूरा करने में.
जुलियन एवरेज, जोकि मेस्सी का पूरे विश्व कप सफर में स्ट्राइकर बनकर जबरदस्त तरीके से साथ दिया और मेस्सी के कंधों पर से टीम का बोझ हल्का करने में मदद की. वहीं टीम के गोलकीपर मार्टिनेज ने जिस लेवल का प्रदर्शन किया है, उससे मेस्सी और उनकी टीम काफी ज्यादा प्रभावित होगी और शायद इसी वजह से वो बेस्ट गोलकीपर भी चुने गए.
जब फीफा विश्व कप 2022 की शुरुआत हुई थी, तब सबकी निगाह मेस्सी पर थी, क्योंकि कहीं ना कहीं उनका ये आखिरी विश्व कप था. पूरी दुनिया चाहती थी कि विश्व कप की ट्रॉफी अर्जेंटीना के हाथों में नहीं बल्कि मेस्सी के हाथों में हो, और वैसा ही हुआ. मेस्सी ने 2022 के विश्व कप में 7 गोल दागे. फाइनल मुकाबले में भी उन्होने 2 गोल दागे. मेस्सी ने विश्व कप में सबसे ज्यादा 26 मैचेंज खेले हैं. जिसमें उन्होंने 13 गोल किया हैं. विश्व में तो नहीं पर अर्जेंटीना की तरफ से विश्व कप में अब तक के सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने इसी विश्वकप में पूर्व महान खिलाड़ी पेले का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया, जिन्होंने विश्व कप करियर में 12 गोल अपनी टीम ब्राजील के लिए दागे हैं. 
अर्जेटीना के बेस्ट फुटबॉलर की गिनती में पहला नाम पूर्व खिलाड़ी डियागो माराडोना का जरूर आता है, मगर मेस्सी ने जो अपने करियर में हासिल किया है, वो शायद ही माराडोना ने की हैं. मेस्सी के नाम 10 ला-लीगा कप, 4 यू.ई.एफ.ए चैंपियंस लीग, 7 बार बैलेन डोर, 1 लिग-1, 1 अंडर-20 विश्व कप, 1 ओलंपिक गोल्ड, 1 कोपा अमेरिका, 1 फाइनलिस्मा और अब अंतिम में 1 फिफा विश्व कप हैं.
वहीं अर्जेंटीना ने तीसरी बार फीफा विश्व कप फाइनल अपने नाम किया हैं. इससे पहले 1978 में नीदरलैंड को हराकर, 1986 में वेस्ट जर्मनी को हराकर और अब 36 साल बाद 2018 की चैंपियन फ्रांस को हराकर. यह विश्व कप अपने-आप में स्पेशल इस लिए भी रहा क्योंकि मेस्सी का यह आखिरी विश्व कप था. सेमीफाइनल में जीत हासिल करने के बाद मेस्सी ने कहा था कि 2022 विश्व कप फाइनल उनका आखिरी मुकाबला होगा, मगर कल जब टीम चैंपियन बन गई तब फिर से उन्होंने अपने मन को बदला और कहा कि वो अपने नेशनल जर्सी में और भी खेलना चाहते हैं. तो ये बात तो पक्की है कि मेस्सी आगे तो खेलते रहेंगे, पर कब तक, इसकी कोई गारंटी नहीं है. हालांकि वो ना सिर्फ अपने देश के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक इंसपिरेशन एक मसीहा बन चुके हैं. 
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