Movie Review: Kajol के कमबैक पर उठे सवाल, "Maa" फिल्म में नहीं चली एक्टिंग?
बॉलीवुड की दमदार अदाकारा काजोल एक बार फिर बड़े पर्दे पर धमाकेदार वापसी करने जा रही हैं। लेकिन इस बार वह रोमांस या ड्रामा नहीं, बल्कि माइथोलॉजिकल हॉरर फिल्म लेकर आ रही हैं – नाम है "Maa"। 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही इस फिल्म की कहानी एक ऐसी मां की है, जो अपनी बेटी को बुरी आत्माओं और शाप से बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। इस फिल्म का निर्देशन किया है विशाल फुरिया ने, जिन्हें हॉरर और थ्रिलर शैली में काम करने का अच्छा अनुभव है।
तो आइये जानते हैं इस फिल्म से जुड़ी हर जरूरी बात – इसकी कहानी, स्टार कास्ट, रिलीज डेट, सर्टिफिकेशन और दर्शकों के लिए क्या खास लेकर आई है ये फिल्म।
फिल्म की कहानी
‘मां’ की कहानी एक मां-बेटी की जर्नी पर आधारित है। काजोल ने इस फिल्म में एक मां की भूमिका निभाई है जो अपनी बेटी को किसी रहस्यमयी और राक्षसी अभिशाप से बचाने के लिए खुद एक योद्धा बन जाती है। फिल्म की शुरुआत होती है एक रोड ट्रिप से। मां-बेटी कहीं जा रहे होते हैं और रास्ते में एक शापित गांव में पहुंच जाते हैं। यहां की हवा, माहौल और लोग कुछ अजीब लगते हैं। गांव में कदम रखते ही अनहोनी घटनाएं शुरू हो जाती हैं। बेटी की तबीयत खराब होने लगती है, अजीब सपने आते हैं और धीरे-धीरे डरावनी घटनाएं उन्हें घेरने लगती हैं। फिर काजोल को पता चलता है कि उनकी बेटी को किसी प्राचीन राक्षसी शक्ति ने निशाना बनाया है। इस शक्ति को हराने के लिए काजोल को अपने अंदर की “काली” को जगाना होगा – वो रूप जो सिर्फ रक्षा के लिए सामने आता है। यह फिल्म एक मां के प्यार और उसकी संघर्ष की कहानी है – जिसमें वह न सिर्फ इंसानों, बल्कि शैतानी ताकतों से भी भिड़ जाती है।
फिल्म का माहौल और हॉरर एलिमेंट
‘मां’ एक माइथोलॉजिकल हॉरर फिल्म है, इसलिए यहां डर सिर्फ अंधेरे या साउंड इफेक्ट से नहीं आता, बल्कि इसके पीछे पौराणिक कहानियों का बैकग्राउंड है। फिल्म में कई ऐसे दृश्य हैं जो आपको हिला सकते हैं – जैसे कि मंत्रोच्चारण, पुराने मंदिर, रहस्यमयी जंगल और अचानक से दिखाई देने वाली आत्माएं।
निर्देशक विशाल फुरिया ने वातावरण बनाने में अच्छा काम किया है। कैमरा एंगल, बैकग्राउंड स्कोर और विजुअल्स आपको डराने में सफल रहते हैं। फिल्म के कई सीन रोंगटे खड़े कर देते हैं, खासतौर पर जब काजोल राक्षसी ताकत के सामने आती हैं।
काजोल की दमदार एक्टिंग
फिल्म की जान है – काजोल की परफॉर्मेंस। एक मां के रोल में उन्होंने अपनी भावनाओं को बेहतरीन तरीके से पेश किया है। डर, गुस्सा, चिंता, प्यार – हर भाव उनके चेहरे से साफ झलकता है। जब वो अपनी बेटी के लिए लड़ाई लड़ती हैं, तब उनमें एक देवी का रूप देखने को मिलता है। उन्होंने इस बार अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलकर एक बेहद कठिन और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण रोल निभाया है, और इसमें वो पूरी तरह सफल रही हैं।
स्टार कास्ट
इस फिल्म में काजोल के साथ कई और दमदार कलाकार हैं। रोनित रॉय ने उनके पति का किरदार निभाया है – छोटे लेकिन प्रभावशाली रोल में वो फिल्म की गंभीरता को बढ़ाते हैं। इंद्रनील सेनगुप्ता, जितिन गुलाटी, खेरिन शर्मा जैसे कलाकार भी अपनी भूमिका को अच्छे से निभाते हैं। सबका अभिनय संतुलित और किरदार के अनुकूल है।फिल्म को जियो स्टूडियोज और देवगन फिल्म्स ने मिलकर प्रोड्यूस किया है, और यह फिल्म शैतान यूनिवर्स का हिस्सा बताई जा रही है – यानि इसमें और भी कनेक्टेड हॉरर कहानियों के लिंक मिल सकते हैं।
क्यों देखें ‘मां’?
अगर आप काजोल के फैन हैं, हॉरर फिल्मों के शौकीन हैं, और माइथोलॉजी में दिलचस्पी रखते हैं – तो ये फिल्म आपके लिए परफेक्ट हो सकती है। यह सिर्फ डर की कहानी नहीं है, बल्कि मां के प्रेम और बलिदान की कहानी है – जो डर को भी मात दे सकती है।
Movie Rating: 2.3/ 5