दिसंबर के पहले दिन ही बड़ा हादसा, मध्य प्रदेश के रायसेन में नयागांव पुल ढहने से 4 लोग घायल
MP Bridge Collapse: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में दिसंबर के पहले ही दिन एक गंभीर हादसा हो गया। बरेली–पिपरिया रोड पर स्थित नयागांव पुल अचानक गिर गया। इस हादसे के समय पुल पर से गुजर रही दो बाइकें सीधे नीचे जा गिरीं, जिससे चार लोग घायल हो गए। सभी घायलों को तुरंत बरेली के सिविल अस्पताल ले जाया गया। राहत की बात यह रही कि हादसा और बड़ा रूप नहीं ले पाया, वरना जनहानि और भी बढ़ सकती थी।
MP Bridge Collapse: निर्माण कार्य के चलते बड़ा खतरा टला
मिली जानकारी के अनुसार पुल के नीचे मरम्मत और निर्माण का काम चल रहा था। उसी दौरान अचानक पुल का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। निर्माण स्थल पर कई मजदूर मौजूद थे, लेकिन जैसे ही उन्हें पुल हिलता हुआ दिखा, वे तुरंत भागकर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए। यदि मजदूर समय रहते न हटते, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी।
Madhya Pradesh Bridge Accident: मौके पर पहुंचा प्रशासन
हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। थाना प्रभारी, एसडीओपी और तहसीलदार तुरंत मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। घायलों में सीहोर जिले के जैत क्षेत्र के लोग और रायसेन के बरेली तहसील के धोखेड़ा गांव के निवासी शामिल बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने सड़क मार्ग बंद कर मौके पर सुरक्षा की व्यवस्था की।
MP Raisen News: यातायात पूरी तरह ठप, लोगों को परेशानी
पुल गिरने से बरेली-पिपरिया मार्ग पर आवाजाही बंद हो गई है। यह मार्ग क्षेत्र के कई गांवों को जोड़ता है, इसलिए यात्री और स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और लोगों को वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करना पड़ रहा है। सड़क टूटने के बाद ग्रामीणों में खासा आक्रोश है और वे इस घटना के लिए मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) की लापरवाही को जिम्मेदार बता रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताई घटना की सच्चाई
पास के खेत में काम कर रहे एक स्थानीय युवक ने घटना का प्रत्यक्षदर्शी होने का दावा किया। उसके अनुसार हादसा उसकी आंखों के सामने हुआ। उसने बताया कि अचानक गड़गड़ाहट हुई और देखते ही देखते पुल का हिस्सा नीचे धंस गया। उसी समय दो बाइक सवार लोग पुल पर थे और सीधे नीचे गिर पड़े। स्थानीय लोगों और मजदूरों ने तुरंत जाकर घायलों को बाहर निकाला। प्रत्यक्षदर्शी ने यह भी खुलासा किया कि पुल की हालत काफी समय से खराब थी। ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत PWD और संबंधित विभागों तक पहुंचाई थी। शिकायतों के बाद ही कुछ समय पहले मरम्मत का काम शुरू किया गया था, लेकिन इससे पहले ही पुल ढह गया।
ग्रामीणों में रोष, जांच की मांग
घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय पर उचित मरम्मत की जाती तो यह हादसा टाला जा सकता था। साथ ही, वे इस बात पर भी सवाल उठा रहे हैं कि निर्माण कार्य शुरू होने के बावजूद पुल पर यातायात क्यों चालू रखा गया। लोगों ने इस मामले की गहन जांच और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
यह भी पढ़ें: Guna News: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खाद वितरण केंद्र का किया औचक निरीक्षण, कतार में लगे किसानों से की बातचीत