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MP: 10 हाथियों की मौत पर CM मोहन यादव ने की वन विभाग के साथ बैठक, 2 अधिकारी सस्पेंड

मध्य प्रदेश सरकार ने उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में बड़ा एक्शन लिया है। दो अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है।

06:19 AM Nov 03, 2024 IST | Rahul Kumar Rawat

मध्य प्रदेश सरकार ने उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में बड़ा एक्शन लिया है। दो अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है।

mp  10 हाथियों की मौत पर cm मोहन यादव ने की वन विभाग के साथ बैठक  2 अधिकारी सस्पेंड
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MP: मध्य प्रदेश सरकार ने उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में बड़ा एक्शन लिया है। दो अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को सीएम निवास में वन विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा के दौरान सीएम ने न केवल अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई, बल्कि 2 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।

एलिफेंट टॉस्क फोर्स का गठन

वहीं आज रिव्यू बैठक के बाद वन विभाग को एलिफेंट टॉस्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिए और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ उप वनमंडल अधिकारी सहायक वन संरक्षक (ASF) फतेसिंह निनामा को भी सस्पेंड किया है। जो घटना से पहले छुट्टी पर गए थे और जानकारी मिलने पर भी वापस नहीं लौटे। इसे काम में लापरवाही मानते हुए सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। बता दें, गौरव चौधरी घटना से पहले छुट्टी पर गए और जानकारी मिलने पर वापस नहीं लौटे, जबकि फतेसिंह निनामा पर लापरवाही और समय पर नेतृत्व न देने का आरोप हैं।

बांधवगढ़ में कोई डॉक्टर नहीं थे

घटना की जानकारी मिलने के दौरान बांधवगढ़ में कोई डॉक्टर भी मौजूद नहीं थे। यहां के डॉक्टर नितिन गुप्ता संजय धुबरी में प्रोजेक्टर गौर की मानिटरिंग के लिए गए थे। वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने एनटीसीए से की गई शिकायत में यह जानकारी दी है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आपातकाल स्थिति में सरकारी पशु चिकित्सकों ने मदद करने से इनकार किया जो बेहद गंभीर अपराधिक लापरवाही है और दंड के पात्र हैं। सबसे पहले केवल एक डॉक्टर मधु जैन ही अकेले पहुंची और इलाज शुरू किया। अन्य डॉक्टरों को यहां पहुंचने और फिर उनके अनुमान लगाने के बाद दवाओं के पहुंचने में भी काफी समय लग गया।

कोदो की जांच, हाथियों की मौत का राज खोलेगी

हाथियों की मौत के कारण की जांच में वन विभाग ने महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगाया है। हाथियों के पेट में बड़ी मात्रा में कोदो मिला है, जिसका सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया है। आशंका है कि कोदो में फंगस होने से वह जहरीला हो गया होगा, जिससे हाथियों की मौत हुई होगी। फंगस से कोदो में टॉक्सिन बनता है, जो खाने के बाद चक्कर और उलटी का कारण बनता है।

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Rahul Kumar Rawat

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