बिना जमीन करोड़ों की कमाई! 60 की मशरूम किट अब सिर्फ 6 रुपये में, शुरू करें नोटों की बरसात वाला ये बिजनेस
Mushroom Kit Yojana: सिवान जिले के प्रगतिशील युवाओं के लिए अच्छी खबर है। जिले में मशरूम उत्पादन की लगातार बढ़ती मांग, इसके बेहतर बाज़ार मूल्य और कम लागत में अधिक आय की संभावनाओं को देखते हुए, उद्यान विभाग ने वर्ष 2025–26 के लिए एक खास योजना शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य न केवल युवाओं को स्वरोजगार के नए अवसर देना है, बल्कि जिले में मशरूम के उत्पादन को बड़े स्तर पर बढ़ावा देना भी है।
इस योजना में किसानों को कुल 30,160 मशरूम किट उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रति किट की कीमत 60 रूपये है, जिस पर सरकार 90% सब्सिडी दे रही है। मशरूम की खेती कम जगह में और कम समय में होने वाला लाभकारी व्यवसाय माना जाता है।
Mushroom Kit Yojana: योजना की खासियत
- कुल किट: 30,160
- सब्सिडी: 90%
- प्रति किट की कीमत: 60 रुपये
- न्यूनतम किट: 25 (कुछ गाइडलाइन में 6 का भी प्रावधान है)
कमरे में भी उगा सकते हैं ये मशरुम
मशरुम की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार ने एक योजना चलाई है। इसके तहत 11,500 बटन मशरूम किट उपलब्ध कराई जा रही है। बटन मशरुम की वास्तविक कीमत 90 रूपये है, लेकिन किसान को 9 रूपये में दी जाएगी।
बटन मशरुम किट के साथ-साथ ऑयस्टर मशरूम किट का भी वितरण किया जा रहा है। इसकी वास्तविक कीमत 75 रूपये है, लेकिन किसानों को 90% सब्सिडी के साथ 7.50 रूपये में मिलेगी।
झोपड़ी आधारित उत्पादन के लिए 10 विशेष किट उपलब्ध कराई जाएंगी। उद्यान विभाग के उप निदेशक विपिन कुमार पोद्दार के अनुसार, इस योजना में वर्ग-खंडित भूमि वाले और भूमिहीन किसानों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। उन्हें ऐसी किट दी जाएगी, जिनसे वे कमरे या छोटे स्थान में भी मशरुम का उत्पादन कर सकें।
Mushroom Kit Yojana Benefits: मशरुम किट योजना के फायदे
यह योजना कम निवेश में बेहतर आय का अच्छा अवसर है। बाजारों में मशरुम की बढ़ती मांग, किसनों, युवाओं और महिलाओं के लिए बहुत लाभकारी होगा। मशरुम की खेती में जोखिम कम और जल्दी उत्पादन चलेगी। इससे छोटे और सीमांत किसानों, साथ ही स्वरोज़गार की दिशा में कदम बढ़ाने वाले युवाओं को बड़ी आर्थिक राहत मिलेगी।
Bihar Govt. Scheme: कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ पाने के लिए किसानों को विभागीय वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन स्वीकार होने के बाद ही मशरुम किट दी जाएगी। किट प्राप्त करने के समय किसान को प्रशिक्षण से संबंधित प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना आवश्यक होगा, जिससे यह सिद्ध हो सके कि उन्होंने निर्धारित प्रशिक्षण पूरा कर लिया है।
जिन किसानों ने पहले से प्रशिक्षण ले रखा है और उनके पास प्रमाणपत्र उपलब्ध है, उन्हें प्रशिक्षण दोबारा करने की आवश्यकता नहीं होगी। ऐसे किसान सीधे प्रमाणपत्र दिखाकर किट प्राप्त कर सकेंगे।
इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किट उन्हीं किसानों को दी जाए जो तकनीकी जानकारी और प्रशिक्षण से पूर्ण रूप से अवगत हैं, ताकि वे उपलब्ध कराई जा रही सामग्री का सही और प्रभावी उपयोग कर सकें।
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