मोदी के नेताओं को नहीं दी जाएगी डिनर पार्टी, जेपी नड्डा ने बताई इसके पीछे की वजह
Nadda Canceled Dinner Party: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने आवास पर आयोजित होने वाली एनडीए सांसदों की डिनर पार्टी को रद्द कर दिया है। यह निर्णय पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए लिया गया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर शनिवार को एनडीए सांसदों के लिए 'डिनर' पार्टी होनी थी। डिनर का आयोजन उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर किया जाना था। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शामिल होना था। फिलहाल, जानकारी सामने आई है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की तरफ से इस आयोजन को रद्द करने का फैसला लिया गया है।
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गौरतलब है कि 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति चुनाव होने हैं। एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि 'इंडिया' ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है। (Nadda Canceled Dinner Party Of MP) उपराष्ट्रपति चुनाव जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद हो रहे हैं। 21 जुलाई की रात को जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था।
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फिलहाल, संख्या के लिहाज से एनडीए के सीपी राधाकृष्णन अपने प्रतिद्वंद्वी और 'इंडिया' ब्लॉक के उम्मीदवार न्यायमूर्ति सुदर्शन रेड्डी पर अच्छी बढ़त बनाए हुए हैं। वर्तमान में लोकसभा में 543 सांसद हैं, जबकि राज्यसभा में कुल 245 सदस्यों में से 233 सांसद हैं। (Nadda Canceled Dinner Party Of MP) भाजपा के निचले सदन में 240 और उच्च सदन में 102 सांसद हैं। वाईएसआरसीपी (11 सांसद) ने पहले ही एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा कर दी है, जिससे राधाकृष्णन के समर्थन की संख्या 433 तक पहुंच गई है, जो कि निर्णायक बहुमत है।
Vice Presidential Election Rules: सत्ता और विपक्ष के पास कितने सांसद हैं?

दूसरी ओर, 'इंडिया' ब्लॉक दलों के पास 235 लोकसभा सांसद और 77 राज्यसभा सांसद हैं। उनकी संयुक्त संख्या 312 है, और अगर आम आदमी पार्टी 11 सांसदों का समर्थन देती है, तो कुल संख्या 325 होगी।
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पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उन्हें लेकर कई तरह बयानबाजी जारी है। एक ओर विपक्ष इसे भाजपा का आंतरिक कलह बता रहा है, वहीं दूसरी ओर खुद धनखड़ और बीजेपी उनके खराब स्वास्थ का हवाला दे रही है। इस बीच अब गृहमंत्री अमित शाह ने जगदीप धनखड़ को लेकर सारी बातें स्पष्ट की है। एएनआई को दिए इंटरव्यू में, गृहमंत्री शाह ने कहा कि जगदीप धनखड़ संवैधानिक पद पर थे। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अच्छा काम किया। उन्होंने धनखड़ को नजरबंद करने के विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की भी सच्चाई बताई।
विपक्षी नेताओं द्वारा धनखड़ को नज़रबंद किए जाने के दावे के बारे में अमित शाह ने कहा कि ‘सच और झूठ की व्याख्या सिर्फ़ विपक्ष के बयानों पर निर्भर नहीं होनी चाहिए।’ अमित शाह ने कहा कि ऐसा लगता है कि सच और झूठ की आपकी व्याख्या विपक्ष के शब्दों पर आधारित है। हमें इस सब पर ज़्यादा हंगामा नहीं करना चाहिए। धनखड़ एक संवैधानिक पद पर थे और उन्होंने संविधान के अनुसार अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। इस मुद्दे पर ज़्यादा चर्चा नहीं होनी चाहिए।
गृह मंत्री ने कहा कि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है। इसे ज़्यादा बढ़ा-चढ़ाकर किसी भी दिशा में देखने की ज़रूरत नहीं है। गौरतलब है कि विपक्षी नेताओं ने दावा किया था कि सरकार ने धनखड़ को चुप करा दिया है। हाल ही में, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था कि देश के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी उपराष्ट्रपति के इस्तीफे के साथ ही उन्हें चुप कराने की बात भी हुई है।